फर्रुखाबाद। शमशाबाद क्षेत्र के ढाई घाट गंगा तट पर चल रहे कार्तिक पूर्णिमा मेले में प्रशासनिक अव्यवस्था का अजीब नज़ारा सामने आया है। शाहजहांपुर जिला पंचायत के ठेकेदार ने मेला अधिकारियों के लिए बनाए गए प्रशासनिक कैंपों के तंबू उखाड़ दिए, जिससे अधिकारी खुले आसमान के नीचे बैठकर अपना काम करने को मजबूर हो गए हैं।
यह मेला अभी दो दिन और, यानी शनिवार तक जारी रहेगा। मेले की समस्त व्यवस्था शाहजहांपुर जिला पंचायत द्वारा की गई है, और इन्हीं के ठेकेदार ने अधिकारियों के कैंप लगाए थे। लेकिन मेले के समापन से पहले ही ठेकेदार ने तंबू हटवा दिए, जिससे अधिकारियों की कार्यशैली पर सीधा असर पड़ा।
जानकारी के अनुसार, पूर्णिमा स्नान के दौरान अधिकारी इन्हीं कैंपों में रातभर रुककर व्यवस्थाएं संभाल रहे थे। अब तंबू हटने के बाद उन्हें खुले में कुर्सियां लगाकर बैठना पड़ रहा है।
शाहजहांपुर जिला पंचायत के राजस्व निरीक्षक विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि “टेंट किराए पर लाए गए थे, इसलिए ठेकेदार ने उन्हें समय से पहले हटा दिया। अधिकारियों के लिए अब अन्य कैंपों में बैठने की व्यवस्था की गई है।”
वहीं, इस प्रकरण पर कायमगंज के एसडीएम अतुल कुमार सिंह ने कहा कि “व्यवस्था करना शाहजहांपुर जिला पंचायत का कार्य है, जबकि हमारी जिम्मेदारी कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। यदि कैंप हटा भी दिए गए हैं, तो भी हम खुले में बैठकर अपना दायित्व निभाएंगे।”
स्थानीय लोगों ने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण बताया है और मांग की है कि जब तक मेला पूरी तरह समाप्त न हो जाए, तब तक अधिकारियों की सुविधा और निगरानी व्यवस्था सुचारु रखी जाए।






