लखनऊ। सरदार पटेल बौद्धिक विचार मंच की आगामी कार्य योजना को लेकर आयोजित गोष्ठी दिनांक 6 नवंबर को होटल क्लासिओं कलेक्शन, विराज खंड, लखनऊ में संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के संस्थापक अरुण कुमार सिंह ने की।
बैठक में मंच के प्रदेश अध्यक्ष क्षेत्रपाल गंगवार द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान सामाजिक ताने-बाने को सशक्त बनाने, राष्ट्रहित में बौद्धिक एकजुटता बढ़ाने और समाज में समरसता कायम रखने जैसे मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
मंच के प्रदेश अध्यक्ष क्षेत्रपाल गंगवार ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल के आदर्श आज भी भारत के एकता-सूत्र को मजबूत करने के लिए प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि मंच की आगामी कार्य योजना समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने और देश की विकास यात्रा में सार्थक योगदान देने पर केंद्रित होगी।
संस्थापक अरुण कुमार सिंह ने बौद्धिक वर्ग से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं और समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा दें।
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व मौजूद रहे —
आईएएस आशीष कुमार, भारत प्रसाद उत्तम, पीआरओ राकेश सचान, न्यूरो सर्जन डॉ. सुनील के. सिंह, डॉ. देवेंद्र सिंह, ओबीसी आयोग उत्तर प्रदेश के सदस्य जितेंद्र वर्मा, रवींद्र गंगवार, अरविंद वर्मा, डॉ. राजेश कुमार, अवधेश कुमार, जगदीश सिंह गंगवार, एडिशनल डायरेक्टर राजेंद्र कुमार सिंह, सुनील पटेल, योगेंद्र सचान, आशु पटेल, एडवोकेट अजय कुमार सिंह, डॉ. समीर कुमार वर्मा, रिटायर्ड डीआईजी जेल बी. आर. वर्मा, आर. एल. निरंजन, राजेश चौधरी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता एवं बौद्धिक वर्ग के लोग उपस्थित रहे।
बैठक में यह मंथन किया गया कि मंच शीघ्र ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में “युवा बौद्धिक संवाद श्रृंखला” और “राष्ट्रीय एकता संगोष्ठी” का आयोजन करेगा। इसके तहत शिक्षा, सामाजिक सुधार, और ग्रामीण विकास जैसे विषयों पर विशेषज्ञों की राय लेकर ठोस कार्ययोजना तैयार की जाएगी।






