लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया है कि देश की अर्थव्यवस्था में तेज़ी से बढ़ती असमानता और आर्थिक (economic) विषमता समाज के लिए गहरी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जब देश के एक प्रतिशत सबसे अमीर लोगों की संपत्ति पिछले कुछ वर्षों में 62 प्रतिशत बढ़ गई है, तो यह समझना मुश्किल नहीं है कि शेष 99 प्रतिशत आबादी के पास कितनी संपत्ति बची है।
बिहार में पहले चरण के मतदान के दिन आज अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इस बढ़ती आर्थिक खाई ने न केवल आर्थिक भेदभाव, बल्कि सामाजिक भेदभाव को भी गहरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब अपार धन-संपत्ति और संसाधन समाज के कुछ वर्गों के हाथों में केंद्रित हो जाते हैं, तो शेष आबादी के लिए अवसर और सम्मान के द्वार सीमित हो जाते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि आय का तर्कसंगत और न्यायसंगत वितरण ही सच्ची सामाजिक समानता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत तभी प्रगति करेगा जब प्रत्येक नागरिक को समान अवसर प्राप्त होंगे और प्रत्येक परिवार को सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार होगा।
अखिलेश ने बिहार के सभी मतदाताओं से भावुक अपील करते हुए कहा, “मैं बिहार के प्रत्येक मतदाता से अपील करता हूँ कि वे अपने उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए मतदान अवश्य करें। लोकतंत्र में वोट की ताकत सर्वोपरि है। इसलिए, मतदान करें और अपनी ताकत पहचानें।” उन्होंने कहा कि जन जागरूकता और जनभागीदारी ही लोकतंत्र की असली ताकत है। बिहार का हर वोट देश की दिशा और दशा तय करेगा।


