लखनऊ। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में गुरुवार को अधिवक्ता समुदाय के लिए गौरव का क्षण रहा। न्यायालय प्रशासन ने आज नौ प्रतिष्ठित अधिवक्ताओं को “वरिष्ठ अधिवक्ता” के रूप में नामित किया है।
जिन अधिवक्ताओं को यह सम्मान प्रदान किया गया है, उनमें शामिल हैं ,
आनन्द मणि त्रिपाठी, प्रशांत सिंह अटल, गौरव मेहरोत्रा, जी. सी. वर्मा, अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी, शरद पाठक, राकेश चौधरी, विनोद कुमार शाही, संतोष कुमार वारसी, तथा अरुण सिन्हा।
इन सभी अधिवक्ताओं को यह प्रतिष्ठित दर्जा न्यायिक कार्यों में दीर्घ अनुभव, उत्कृष्ट प्रदर्शन, कानूनी शोध व तर्कशक्ति में दक्षता और न्यायालय के प्रति समर्पण के आधार पर प्रदान किया गया है।
न्यायिक बिरादरी में इस निर्णय का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अधिवक्ताओं ने कहा कि यह नियुक्तियां उच्च न्यायालय के गौरव को और बढ़ाती हैं तथा युवा वकीलों को नई प्रेरणा प्रदान करेंगी।
वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा किसी भी अधिवक्ता के लिए पेशेवर जीवन की सर्वोच्च उपलब्धियों में गिना जाता है। यह न केवल उनकी विधिक दक्षता का प्रमाण है बल्कि न्याय व्यवस्था में उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन की भूमिका को भी रेखांकित करता है।





