फर्रुखाबाद। तमाम प्रयासों के वावजूद भी अराजकता का वातावरण नगर में बना हुआ है।इन दिनों सहालग का दौर है ऐसे में गेस्ट हाउसों के आसपास भीड़ के चलते अक्सर मारपीट हो जाती है। यहां तक कि शराब के नशे में आने वाले बाराती व घराती झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। इसी प्रकार की घटना हुई जब मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित एक गेस्ट हाउस में आई बारात में आई एक गाड़ी से धोखे में ई रिक्शा में टक्कर मार दी जिस गाड़ी का हल्का-फुल्का नुकसान हो गया की रिक्शा चालक और बारात में आई गाड़ी के चालक दोनों ही में नशे में थे कर चालकों ने ई रिक्शा चलाने वाले को मारना शुरू कर दिया और इतना मारा कि वह मानसंदेश की अवस्था में आ गया तभी मंदिर के आसपास खड़े लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की तो बारात में आए गाड़ी वाले इन लोगों को भी पीटने लगे अपने बचाव में लड़कों ने भी हाथ पांव चलाये। भी किसी ने पुलिस को खबर कर दी। संबंधित थाना पुलिस पुलिस मौके पहुंची और अपना बचाव कर रहे लड़कों समेत बारात वाले शराबियों को पदकर थाने ले आए ।शरीफ दरों से ताल्लुक रखने वाले लड़कों के घर वालों को सूचना मिली तो वे लोग मानसिक रूप से काफी परेशानी में आ गये। अगर पुलिस ने पूछताछ के दौरान बारातियों के शिकार हुए रिक्शे वाले को थाने बुलाया तब उसने बताया कि युवकों ने उसे बचाया है अन्यथा शराबी बाराती कुछ भी कर सकते थे तब जाकर पुलिस ने इन लोगों को उनका नाम पता लिखकर आने से जाने दिया इस दौरान एक अधिवक्ता में भी हस्तक्षेप किया। कहने का मतलब है कि सहालग के दिनों में गेस्ट हाउस के आसपास सुरक्षा का विशेष इंतजाम रखा जाना चाहिए। नगरकों ने मांग की है कि जब तक सहायक है तब तक शाम 8:00 बजे लेकर रात में 12:00 बजे तक पुलिस को निर्देशित किया जाए कि प्रमुख गेस्ट हाउस के आसपास की गतिविधियों पर विशेष नजर रखें ताकि यहां पर कोई अपराधी घटना ना घटे और उत्सव के माहौल में शराब पीकर उत्पात मचाने वालों पर भी नियंत्रण पाया जा सके। पुलिस सोया भी ध्यान रखना होगा कि पहले दोष को निर्धारित कर ले इसके बाद में भले घरों के लड़कों को भड़काने का काम करे क्योंकि ये युवक पुलिस के भय से तनाव में आ जाते हैं जिससे उनकी पढ़ाई लिखाई पर गहरा असर पड़ता है।





