बंदरों का आतंक : एक महीने में 600 लोग घायल, वन विभाग की लापरवाही पर भड़के ग्रामीण

0
13

राजेपुर (फर्रुखाबाद): राजेपुर थाना क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि राजेपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में रोजाना औसतन 20 लोग बंदरों के काटने के बाद इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जबकि पिछले एक महीने में ऐसे मरीजों की संख्या 600 के पार पहुंच चुकी है।

राजेपुर कस्बे के साथ-साथ कड़क्का, ईमानपुर, हरिहरपुर, वीरपुर, बिरसिंहपुर, मौलागंज, बरुआ, तुषार, निविया और दहेलिया गांवों में बंदरों की संख्या अचानक बढ़ने से ग्रामीणों में भय और असुरक्षा का माहौल है। बंदर आए दिन महिलाओं और बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग की टीम अब तक निष्क्रिय बनी हुई है। न तो बंदरों को पकड़ने की कोई कार्रवाई की गई और न ही उनकी बढ़ती संख्या पर कोई रोकथाम की कोशिश हुई। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हमलों के बावजूद विभाग की चुप्पी गंभीर लापरवाही का प्रमाण है।

बुधवार दोपहर करीब 12 बजे हरिहरपुर गांव में एक 7 वर्षीय बालक पर बंदर ने अचानक हमला कर दिया। घायल बच्चे को परिजनों ने तत्काल राजेपुर सीएचसी के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया।
सीएचसी के डॉ. अमित वर्मा ने बताया कि “बंदरों के काटने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन वन विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।”

ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और वन विभाग से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि बंदरों के बढ़ते आतंक से राहत मिल सके और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here