फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी (District Magistrate) आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी/परियोजना निदेशक डीआरडीए,जिला विकास अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (District Basic Education Officer), जिला पंचायतराज अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी और मुख्य सेविकाएं उपस्थित रहीं।
बैठक में विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद की सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण निर्धारित समय में पूर्ण कराया जाए। बताया गया कि 15 बैचों में से 14 बैचों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है, जबकि शेष एक बैच का प्रशिक्षण 30 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक आयोजित होगा।प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्राप्त सभी आवेदनों का समय से निस्तारण किया जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।
साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों की मैपिंग शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए।एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) में इस माह केवल 24 बच्चों की भर्ती होने पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक परियोजना से हर माह कम से कम चार बच्चों को अनिवार्य रूप से सन्दर्भित किया जाए। नवाबगंज और मोहम्मदाबाद परियोजना से कोई बच्चा न भेजे जाने पर संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।चेहरा प्रमाणीकरण और ई-केवाईसी के कार्य में 89 प्रतिशत प्रगति की जानकारी दी गई, जिसमें नवाबगंज परियोजना की स्थिति सबसे कमजोर रही। इस पर जिलाधिकारी ने सीडीपीओ को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
पोषण ट्रैकर एप पर फीडिंग कार्य की समीक्षा में जिलाधिकारी ने कहा कि 31 अक्टूबर तक शत-प्रतिशत फीडिंग पूरी की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण पर भी विशेष बल देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी शिकायतों का स्थलीय सत्यापन किया जाए और शिकायतकर्ता को सुना जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्य की समीक्षा में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत 20 केंद्रों का निर्माण कराया गया, जिनमें से 4 केंद्रों पर वाल पेंटिंग कार्य शेष है। जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर सभी कार्य पूर्ण कराकर केंद्रों को हस्तांतरित करने के निर्देश दिए। बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों और सहायक विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि त्वरित विकास योजना और मिनरल फंड से नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत की जाए, ताकि जनपद में पोषण सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाया जा सके।


