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Monday, October 27, 2025

यूपी में बढ़ेगी बादलों की सक्रियता, बेमौसम बारिश के आसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात ‘मोंथा’ लाएगा मौसम में बदलाव

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी, दोनों ओर बन रहे शक्तिशाली मौसमीय तंत्रों के प्रभाव से प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक बेमौसम बारिश की संभावना जताई गई है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर बने लो प्रेशर एरिया से लेकर पश्चिमी मध्य प्रदेश तक फैली द्रोणी के कारण अरब सागर से लगातार नमी आ रही है, जिसके चलते बुंदेलखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में सोमवार को हल्की बारिश की संभावना है। उन्होंने बताया कि 27 से 31 अक्तूबर के बीच प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना गहन अवदाब तेजी से प्रबल होकर गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ में बदल रहा है, जिसके प्रभाव से 29 से 31 अक्तूबर के बीच पूर्वांचल के वाराणसी, गोरखपुर, देवरिया, बलिया और मऊ जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बन रही है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले चार से पांच दिनों में बादलों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे दिन के तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात मोंथा के असर से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में 28 से 31 अक्तूबर के बीच भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात 28 अक्तूबर की शाम काकीनाडा के पास मछिलीपट्टनम और कालिंगपट्टनम के बीच आंध्र तट को पार कर सकता है, इस दौरान हवाओं की रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की आशंका है। आंध्र प्रदेश सरकार ने राहत, खाद्यान्न, ईंधन और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों को अलर्ट कर दिया है और मंडल स्तर पर पर्याप्त स्टॉक रखा गया है। राजधानी लखनऊ में भी मौसम में बदलाव की आहट है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर, दोनों तरफ से बन रहे मौसम तंत्रों के असर से लखनऊ में अगले दो दिन तक बादलों की सक्रियता बनी रहेगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार और मंगलवार को धूप-छांव वाले मौसम के बीच दिन के अधिकतम तापमान में 3 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में हवा के कम दबाव के कारण नया वेदर सिस्टम सक्रिय हुआ है, जिसके चलते राजधानी क्षेत्र में बादलों की सक्रियता बढ़ेगी और हवा में सिहरन के साथ उमस से राहत मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि दिन के तापमान में गिरावट के बावजूद बादलों की मौजूदगी के कारण रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी देखी जा सकती है, क्योंकि बादल रात के समय धरती की गर्मी को ऊपर नहीं जाने देते। मौसम विभाग ने किसानों और आम जनता को सलाह दी है कि फसलों की कटाई और भंडारण के कार्यों में सावधानी बरतें और अगले कुछ दिनों तक मौसम के अपडेट पर नजर बनाए रखें।

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