लखनऊ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए आईएस के संदिग्ध आतंकी अदनान के मंसूबों से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार भोपाल निवासी अदनान उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर समेत कई हिंदू धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की फिराक में था। इसी कारण उत्तर प्रदेश एटीएस की एक विशेष टीम बीते 48 घंटे से दिल्ली में डेरा डाले हुए है और अदनान से लगातार पूछताछ कर रही है।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक, अदनान को पिछले साल इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रवि कुमार दिवाकर को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अदनान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जज की तस्वीर पोस्ट कर उस पर लाल रंग से ‘काफिर’ लिखा था और अंग्रेजी में लिखा था— ‘काफिर का खून हलाल है, उन लोगों के लिए जो दीन के लिए लड़ रहे हैं।’ इस मामले में उसे भोपाल से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन करीब पांच माह बाद वह जमानत पर छूट गया।
जेल से छूटने के बाद अदनान ने फिर से जिहादी गतिविधियों में शामिल होकर भोपाल में साजिश रचना शुरू कर दी। इसी बीच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की निगाह उस पर पड़ी और उसे फिर से दबोच लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी एटीएस की टीम को तत्काल दिल्ली भेजा गया।
एटीएस अधिकारियों की मानें तो अदनान यूपी के कई धार्मिक स्थलों की रेकी कर चुका है। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि वह मुस्लिम समुदाय के धार्मिक स्थलों पर हुए हमलों से नाराज होकर हिंदू स्थलों को निशाना बनाना चाहता था। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि वह अब तक कितनी बार उत्तर प्रदेश आया और किन शहरों में सक्रिय रहा।
खुफिया सूत्रों का कहना है कि सीरिया में बैठे आईएस के खलीफा द्वारा अदनान को भेजे गए कई वीडियो में राम मंदिर और यूपी के अन्य धार्मिक स्थलों का जिक्र है, जिससे एजेंसियों की चिंता और बढ़ गई है। खासतौर पर 21 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन और राम मंदिर में ध्वजारोहण कार्यक्रम को देखते हुए एटीएस पूरी सतर्कता बरत रही है और अदनान से लगातार पूछताछ जारी है।


