लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) का तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन आगामी 10 से 12 नवंबर तक राजधानी लखनऊ स्थित रामाधीन सिंह इंटर कॉलेज के उत्सव भवन में आयोजित किया जाएगा। इस अधिवेशन में प्रदेशभर से 10 हजार से अधिक शिक्षक शामिल होंगे। अधिवेशन में शिक्षकों की समस्याओं, शिक्षा की गुणवत्ता सुधार, और आगामी विधान परिषद के शिक्षक एवं स्नातक कोटे के चुनावों की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने बताया कि अधिवेशन की तैयारियों को लेकर रविवार को संगठन की अहम बैठक हुई, जिसमें विभिन्न समितियों का गठन कर आवश्यक व्यवस्थाओं की रूपरेखा तय की गई। उन्होंने कहा कि संगठन ने निर्णय लिया है कि अगले वर्ष होने वाले शिक्षक एवं स्नातक एमएलसी चुनाव में अपने स्वतंत्र उम्मीदवार उतारेगा, क्योंकि राजनीतिक दलों के प्रभाव के कारण लंबे समय से शिक्षक और स्नातक वर्ग की उपेक्षा की जा रही है।
वर्मा ने कहा कि अधिवेशन में यह भी तय किया जाएगा कि शिक्षक और स्नातक मतदाताओं की संख्या बढ़ाने और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने की रणनीति कैसे बनाई जाए। सम्मेलन में माध्यमिक शिक्षा से जुड़े कई अहम मुद्दों — जैसे एडेड विद्यालयों में संसाधनों की कमी, प्रोजेक्ट ‘अलंकार’ की अधूरी योजनाएं, शिक्षकों की कमी, और वित्तविहीन शिक्षकों के वेतन — पर भी चर्चा की जाएगी।
अधिवेशन की मुख्य अतिथि माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी होंगी, जो शिक्षकों से संवाद करेंगी।
संघ अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक समाज प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन लगातार उपेक्षा के चलते उनकी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। यह अधिवेशन न केवल शिक्षकों की आवाज को मजबूती देगा, बल्कि शिक्षा की दिशा और दशा सुधारने के लिए ठोस प्रस्ताव भी पारित करेगा।


