प्रोफेसर रत्नेश को प्रमोद चंद्र मिश्र सम्मान, व्यवसाय सत्य प्रकाश अग्रवाल कर्मयोगी सम्मान से विभूषित ,एन ए के पी की शिक्षिकाओं को किया गया सम्मानित
फर्रुखाबाद: स्वर्गीय विमल प्रसाद तिवारी इस स्मृति संस्थान एवं हेमवती नंदन बहुगुणा स्मारक समिति की ओर से पुण्यतिथि पर मूल्यनिष्ठ राजनीति करने के लिए पहचान रखने वाले पूर्व विधायक स्व. विमल प्रसाद तिवारी (Former MLA Late Vimal Prasad Tiwari) को याद किया गया व उनके बताए गए रास्ते पर चलने और उनके सिद्धांतों का आचरण करने की अपील की गई।
नाला मछरट्टा स्थित एनकेपी डिग्री कॉलेज के सभागार में आयोजित स्मृति कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर प्रमोद चंद्र मिश्रा सम्मान से जिले के प्रसिद्ध शिक्षाविद् एवं साहित्यकार प्रोफेसर रामबाबू मिश्र रत्नेश को विभूषित किया गया वहीं समाज सेवा एवं अन्य क्षेत्रों में बिना किसी स्वार्थ के अपनी सेवाएं देने वाले व्यवसायी सत्य प्रकाश अग्रवाल को कर्मयोगी सम्मान से अलंकृत किया गया ।इसके साथ ही पर्यावरण के क्षेत्र में उनके कार्यों को देखते हुए पर्यावरण सम्मान से भी उनको सम्मानित किया गया। स्वर्गीय पूर्व विधायक की स्मृति में इस बार एन ए के पी डिग्री कॉलेज व एनकेपी इंटर कॉलेज की शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर कहा गया कि स्व. विमल प्रसाद तिवारी ने जीवन भर ईमानदारी के साथ समाज सेवा को प्राथमिकता देते हुए राजनीति की और बताया कि वास्तव में राजनीति के माने क्या होते हैं। स्व. तिवारी का मानना था की राजनीति के मूल में समाज सेवा की भावना होना अत्यंत आवश्यक है अन्यथा राजनीति स्वार्थ नीति बन जाती है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधायक सदर मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने स्वर्गीय विमल प्रसाद तिवारी एवं स्वर्गीय ब्रह्म दत्त द्विवेदी के चुनावों के संस्मरण सुनाएं और कहा कि स्वस्थ राजनीति का पाठ पढ़ने वाले सर की विमल प्रसाद तिवारी राजनीतिक क्षेत्र में हमेशा मिलकर पत्थर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि उनके पिता पूर्व मंत्री स्वर्गीय ब्रह्म दत्त द्विवेदी एवं स्वर्गीय विमल प्रसाद तिवारी के बीच वर्षों तक राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते चुनाव लड़े जाते रहे लेकिन व्यक्तिगत व्यवहार में छोटे और बड़े भाई की तरह दोनों लोग मिलते रहे वास्तव में राजनीति का यह पाठ समझने पढ़ने और आचरण करने योग्य है उसे समय पर चुनाव में भय नहीं व्याप्त रहता था।
मतगणना में साथ-साथ बैठकर दोनों लोग मतगणना करवाते थे करवाते थे और जो भी परिणाम होता था उसे सहर्ष स्वीकार करते थे। एक बार तिवारी जी तो एक बार द्विवेदी जी क्रमशः चुनाव जीतते चले आए और आवश्यकता पड़ने पर आपसी विचार विमर्श कर लिया करते थे। विचारधाराए अलग-अलग होने के बावजूद भी उनके मन एक रहे वर्तमान के राजनीतिकों के लिए यह एक सबक कहा जा सकता है। कार्यक्रम की अतिथि महिला आयोग की पूर्व प्रदेश सदस्य मिथिलेश अग्रवाल ने स्वर्गीय तिवारी को नमन निवेदित करते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही।
इसके अलावा डॉक्टर शिव ओम अंबर, रामबाबू मिश्र रत्नेश, संस्था के सचिव आदेश तिवारी, हम लोगों ने विचार रखिए और स्वर्गीय तिवारी को नमन निवेदित किया कार्यक्रम का सफल संचालन वर्ष कवियत्री श्रीमती प्रीति पवन तिवारी ने किया। स्वागत भाषण आदेश तिवारी ने दिया आए हुए अतिथियों का स्वागत संस्था के उपाध्यक्ष संजीव अग्निहोत्री बिटाना ने किया। व्यापारी नेता संजयगर्ग, सरदार जगदीप सिंह, आदि ने अतिथियों को सम्मानित किया। बड़ी संख्या में समर्थक और शुभचिंतक कार्यक्रम में मौजूद है।


