फर्रुखाबाद: जीवन-यापन के लिए परिवार के साथ सैकड़ों किलोमीटर दूर मजदूरी करने आई एक महिला की मौत (died) ने पूरे भट्टे परिसर में मातम फैला दिया। बताया गया कि नवादा बिहार निवासी 32 वर्षीय सोनिया पत्नी नरबली, जो अपने परिवार सहित गौरव कटियार के भट्टे (महरुपुर सहजु) में ईंट बनाने का काम करती थी, की शनिवार देर शाम अचानक तबीयत बिगड़ने पर लोहिया अस्पताल (Lohia Hospital) में मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, सोनिया अपने पति नरबली और बच्चों — सजनी, जानवी, चांद, राम और श्याम — के साथ करीब दो महीने पहले सीतारामपुर, नवादा (बिहार) से फतेहगढ़ के महरुपुर सहजु गांव स्थित गौरव कटियार के ईंट भट्टे पर काम करने आई थी। परिवार भट्टे पर ही अस्थायी झोपड़ी में रहकर मजदूरी कर रहा था।
बताया जा रहा है कि दस दिन पहले ही सोनिया ने एक बेटी को जन्म दिया था। डिलीवरी के बाद वह धीरे-धीरे कामकाज में जुटने लगी थी, लेकिन शुक्रवार की शाम अचानक उसे पेट में तेज दर्द हुआ। परिजन और अन्य मजदूर उसे आनन-फानन में डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल फतेहगढ़ लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद सोनिया को मृत घोषित कर दिया।
महिला की मौत से पति नरबली और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। भट्टे पर मौजूद मजदूरों ने बताया कि सोनिया मेहनती और खुशमिजाज स्वभाव की थी, लेकिन डिलीवरी के बाद उसे लगातार कमजोरी की शिकायत रहती थी। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उसने उचित इलाज नहीं कराया।
सूचना पर स्थानीय पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
भट्टे पर रहने वाले मजदूरों ने प्रशासन से मांग की है कि गरीब परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए ताकि बच्चों का पालन-पोषण हो सके।


