लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में स्थापित ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (AWS) और ऑटोमेटिक रेन गेज (ARG) तापमान और वर्षा का सही माप लेने में असमर्थ हैं। यह तथ्य स्वयं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट में सामने आया है। रिपोर्ट के बाद शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर यंत्रों के आसपास साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के सभी जिलों, तहसीलों और ब्लॉक कार्यालयों में राहत आयुक्त कार्यालय के माध्यम से कुल 450 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन और 2000 ऑटोमेटिक रेन गेज स्थापित किए गए हैं। इन यंत्रों की सुरक्षा और रखरखाव के लिए जिला स्तर पर जिलाधिकारी और तहसील स्तर पर एसडीएम को कस्टोडियन तथा नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कई जिलों में इन यंत्रों की बाउंड्री के भीतर झाड़ी और खरपतवार उग गए हैं, जिससे उपकरण सही आंकड़े नहीं दे पा रहे हैं। इन यंत्रों से प्राप्त डेटा मौसम विभाग और प्रशासन को उपलब्ध कराया जाता है। शासन ने निर्देश दिए हैं कि सभी यंत्रों के आसपास तुरंत सफाई कर नियमित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए, ताकि तापमान और वर्षा के वास्तविक आंकड़े समय पर मिल सकें।




