लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 2025-26 के खरीद सत्र के लिए 1.37 लाख से ज़्यादा किसानों (farmers) ने अपना धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया है। राज्य सरकार ने 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाकर सामान्य धान के लिए 2,369 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान के लिए 2,389 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि किसानों को 48 घंटों के भीतर सीधे उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में भुगतान किया जाए।
राज्य का लक्ष्य 4,000 खरीद केंद्र खोलना था, जिनमें से 3,790 पहले से ही चालू हैं और एमएसपी पर धान खरीद रहे हैं। खाद्य एवं रसद विभाग के अनुसार, खरीद के 23 दिनों के भीतर पश्चिमी मंडलों में 35.63 हज़ार मीट्रिक टन से ज़्यादा की खरीद की जा चुकी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और झांसी मंडलों में 1 अक्टूबर से खरीद शुरू हुई। लखनऊ मंडल के हरदोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जिलों में भी 1 अक्टूबर से खरीद शुरू हुई।
पंजीकरण आधिकारिक वेबसाइट www.fcs.up.gov.in और यूपी किसान मित्र मोबाइल ऐप के माध्यम से ओटीपी-आधारित एकल पंजीकरण प्रणाली का उपयोग करके किया जाता है। खरीद केंद्र सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित होते हैं और 17 प्रतिशत तक नमी वाले धान को स्वीकार करते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान की खरीद 1 नवंबर से शुरू होगी। इसमें चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज मंडल शामिल हैं। लखनऊ के शेष जिलों (लखनऊ, रायबरेली और उन्नाव) में भी 1 नवंबर से खरीद शुरू होगी और 28 फरवरी, 2026 तक जारी रहेगी।


