महाराष्ट्र में होने वाले निकाय चुनावों से पहले राजनीतिक गर्माहट तेज हो गई है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने दावा किया है कि राज्य की वोटर लिस्ट में करीब 96 लाख फर्जी वोटर जोड़े गए हैं। उन्होंने इसे मतदाताओं का अपमान बताते हुए चुनाव आयोग से मांग की कि जब तक वोटर लिस्ट की जांच और सफाई नहीं हो जाती, तब तक चुनाव नहीं कराए जाएं। राज ठाकरे ने यह बात पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही और सभी शाखा अध्यक्षों और ग्रुप प्रमुखों से घर-घर जाकर वोटर लिस्ट की जांच करने को कहा।
राज ठाकरे के इस आरोप के बाद विपक्षी दलों ने एकजुटता दिखाते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, शरद पवार और अन्य विपक्षी नेता जल्द ही आयोग से मुलाकात करेंगे और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा उठाएंगे। राउत ने आरोप लगाया कि हर चुनाव में मैच फिक्सिंग की जा रही है और भाजपा चुनावों में गड़बड़ी करके जीत रही है। इसके लिए एक नवंबर को मुंबई में चुनाव आयोग के खिलाफ एक बड़ा मार्च भी निकालने की योजना है।
हालांकि, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि शिवसेना चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और महायुति गठबंधन बड़े अंतर से जीत दर्ज करेगा। इस विवाद के बीच, राहुल गांधी द्वारा इस साल की शुरुआत में लगाए गए पुराने आरोप भी चर्चा में हैं, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को धांधली से भरा बताया था और कहा था कि चुनाव से पांच महीने पहले जितने वोटर जोड़े गए, वह पिछले पांच साल में जोड़े गए वोटरों से भी ज्यादा हैं।






