अमृतपुर/फर्रुखाबाद: महीने तक लगातार बाढ़ की विभीषिका को झेलने वाला गंगा पार क्षेत्र अब आवागमन की समस्या को लेकर परेशान है। टूट चुकी सड़के (damaged roads) और क्षतिग्रस्त पुलिया इन ग्रामीणों और किसानों के लिए मुश्किल पैदा कर रही है। अधिकतर क्षेत्रों में लिंक रोड काफी मात्रा में क्षतिग्रस्त हुए हैं। जहां से निकलने में असुविधा हो रही है। अमृतपुर से चौरा ढाई घाट जाने वाले मार्ग पर भी कई जगह पर सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
थाना क्षेत्र के ग्राम सुभनापुर से किराचन के बीच का रोड अधिकतर मात्रा में ध्वस्त हो चुका है। यहां से कोई भी वाहन नहीं निकल पा रहा है। जबकि इस क्षेत्र में अधिकतर लोग खेती किसानी करने वाले हैं और इस समय आलू एवं गेहूं की बुवाई का सीजन शुरू हो चुका है। कुछ ही समय के बाद गन्ने की ढुलाई का भी काम शुरू हो जाएगा। अगर यह सड़क इसी तरीके से क्षतिग्रस्त रही तो अपने खेतों तक खाद बीज ले जाने वाले किसान कैसे पहुंच पाएंगे।
इस क्षेत्र के रहने वाले किसान हरि ओम रामवीर प्यारेलाल मानसिंह धनपाल कल्लू बृजेश राजेश आदि लोगों ने बताया कि बाढ़ के दौरान यह सड़क क्षतिग्रस्त हुई थी और अब बाढ़ का समय समाप्त हुए 45 दिन के आसपास हो चुके हैं। लेकिन अभी तक सड़क की मरम्मत नहीं की गई है। इस सड़क से बैलगाड़ी ट्रैक्टर मोटरसाइकिल या साइकिल नहीं निकल पा रही है। खेतों तक जाने के लिए किसानों को लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। यहां के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह इस सड़क को जल्द ठीक करवाये जिससे खेतों तक पहुंचने में और वहां काम करने में दिक्कत का सामना न करना पड़े।


