– तेजी से उभरे काले साम्राज्य की जांच तेज, खंगाली जा रही संपत्तियां और पुराने आपराधिक रिश्ते
फर्रुखाबाद। फतेहगढ़ कचहरी के चर्चित और कुख्यात वकील अवधेश मिश्रा के खिलाफ प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। कुछ ही वर्षों में अपराध और प्रभाव का जाल बुनने वाले इस वकील के करीबियों, सहयोगियों और संपत्तियों पर अब प्रशासन की विशेष नजर है।
सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियों ने अवधेश मिश्रा के अपराधिक इतिहास, भूमि सौदों और वित्तीय लेन-देन की पूरी फाइल खंगालनी शुरू कर दी है।
जांच के शुरुआती इनपुट्स के अनुसार, अवधेश मिश्रा ने बीते कुछ वर्षों में कानूनी पेशे की आड़ में एक संगठित नेटवर्क तैयार किया, जो झूठे मुकदमों, जबरन वसूली, और कमजोर पक्षों पर दबाव बनाने के लिए कुख्यात हो चुका था।
बताया जाता है कि उसने अपने प्रभाव का उपयोग करके स्थानीय अपराधियों, भू-माफियाओं और कुछ प्रभावशाली चेहरों से गठजोड़ किया, जिसके चलते उसने शहर और आसपास के क्षेत्रों में कई मूल्यवान संपत्तियां, प्लॉट और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खड़े कर लिए।
जिले के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अफसरों ने अब उसके “काले साम्राज्य” की तहकीकात तेज कर दी है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मिश्रा के नाम और उसके परिवारजनों के नाम पर पंजीकृत संपत्तियों, बैंकों में लेन-देन और संदिग्ध खातों की जांच शुरू कर दी गई है।
साथ ही, उसके करीबी सहयोगियों — जिनके नाम पर संपत्तियां या आर्थिक गतिविधियां चल रही हैं — पर भी निगरानी रखी जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, राजस्व विभाग, पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा और खुफिया इकाइयाँ इस पूरे मामले पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
कई दस्तावेज, रजिस्ट्री और पुराने मुकदमों के रिकॉर्ड री-वेरीफाई किए जा रहे हैं।
जांच एजेंसी का फोकस यह समझने पर है कि आखिर कानूनी पेशे में रहते हुए अवधेश मिश्रा ने कुछ ही वर्षों में करोड़ों की संपत्ति कैसे अर्जित की?
प्रशासन ने उन सभी लोगों की सूची तैयार की है जो पिछले वर्षों में अवधेश मिश्रा के साथ कानूनी, आर्थिक या व्यक्तिगत स्तर पर जुड़े रहे हैं।
इनमें कुछ प्रभावशाली नाम भी शामिल हैं, जिनसे पूछताछ की तैयारी चल रही है।
सूत्रों ने बताया कि कुछ व्यक्तियों की संपत्तियां और बैंक खातों का डेटा मिलान भी शुरू कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई सिर्फ अवधेश मिश्रा तक सीमित नहीं रहेगी।
एसपी स्तर पर गठित विशेष टीम उसके पूरे नेटवर्क की कड़ी दर कड़ी जोड़कर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।अगर शुरुआती जांच में आरोप साबित हुए, तो भूमि घोटाला, फर्जी मुकदमों और आर्थिक अपराधों के तहत कई धाराओं में गंभीर कार्रवाई संभव है।
फतेहगढ़ कचहरी क्षेत्र में इस कार्रवाई की खबर से लोगों में राहत की भावना देखी जा रही है।
वर्षों से झूठे मुकदमों और दबाव की राजनीति से परेशान आम नागरिक उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार कानून का शिकंजा सचमुच इस कुख्यात नेटवर्क तक पहुंचेगा।





