लखनऊ: यूपी कि राजधानी Lucknow के इंदिरा नगर से साइबर धोखाधड़ी का एक चौका देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला के बैंक खाते (bank account) से कथित तौर पर बिना OTP प्राप्त किए, एटीएम कार्ड का उपयोग किए या इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग किए 7 लाख रुपये गायब हो गए। पीड़िता किरण अग्रवाल का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की गोमती नगर शाखा में खाता है। उनके पति मनोज अग्रवाल के अनुसार, यह घटना तब सामने आई जब 22 अगस्त को किरण के मोबाइल फोन की नेटवर्क कनेक्टिविटी अचानक चली गई।
शुरुआत में, दंपति ने इसे एक अस्थायी तकनीकी समस्या माना। हालाँकि, जब उन्होंने 29 अगस्त को सिम कार्ड को नए फोन में डाला, तो उन्हें खाते से बड़ी रकम निकाले जाने के कई संदेश मिले। मनोज अग्रवाल ने कहा कि एक ही दिन में कई बड़े लेनदेन हुए, जिनमें 1 लाख रुपये, 50,000 रुपये और 49,999 रुपये जैसी राशियाँ शामिल थीं। चिंतित होकर वे बैंक गए और पासबुक अपडेट कराई, जिससे पता चला कि 22 अगस्त से 1 सितंबर के बीच किरण के खाते से कुल 7 लाख रुपये निकाले गए थे।
हैरानी की बात यह है कि किरण अग्रवाल को कभी एटीएम कार्ड जारी नहीं किया गया था और न ही उन्होंने कभी इंटरनेट बैंकिंग या यूपीआई सेवाओं के लिए पंजीकरण कराया था। बताया जाता है कि उन्होंने अपनी सभी बैंकिंग गतिविधियाँ बैंक में ही कीं। इससे यह गंभीर सवाल उठता है कि धोखेबाजों ने धनराशि तक कैसे पहुँच बनाई और उसे कैसे उड़ाया।
घटना की समयरेखा बताती है कि धोखाधड़ी वाले लेन-देन उसी दिन शुरू हुए जिस दिन किरण के मोबाइल का नेटवर्क कनेक्टिविटी खो गया था, जिससे सिम स्वैप या मोबाइल अपहरण की संभावना है। ऐसा संदेह है कि धोखेबाजों ने उनके मोबाइल नंबर पर नियंत्रण कर लिया, बैंक खाते को यूपीआई ऐप से जोड़ दिया और पीड़िता की जानकारी के बिना लेन-देन कर लिया। स्थानीय साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कर ली गई है और बैंक तथा साइबर सेल दोनों ने जाँच शुरू कर दी है।


