पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections) 2025 में भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को अपनी दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 12 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। सबसे चर्चित नाम है लोकप्रिय लोक गायिका Maithili Thakur, जिन्हें पार्टी ने अलिनगर विधानसभा सीट (दरभंगा) से टिकट दिया है। पार्टी के इस फैसले के साथ बिहार की सियासत में एक नया उत्साह और चर्चा शुरू हो गई है। बीजेपी ने इस बार युवा, महिला और सामाजिक रूप से प्रभावशाली चेहरों को टिकट देकर जातीय और जनभावनाओं के समीकरण साधने की कोशिश की है।
1अलिनगर से मैथिली ठाकुर कला और संस्कृति की प्रतिनिधि
लोकप्रिय लोक एवं भक्ति गायिका मैथिली ठाकुर को बीजेपी ने अलिनगर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। मैथिली ने अपनी गायकी से देशभर में पहचान बनाई है और सोशल मीडिया पर उनकी जबरदस्त लोकप्रियता है।
बीजेपी का यह कदम सांस्कृतिक रूप से मिथिलांचल में गहरी पकड़ बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। मैथिली ठाकुर ने टिकट मिलने के बाद कहा, “मैं राजनीति में सेवा भावना और जनसंपर्क के लिए आई हूं। बिहार की बेटियां अब सिर्फ गाती नहीं, नेतृत्व भी करती हैं।”
2 हायाघाट से रामचंद्र प्रसाद संगठन के मजबूत सिपाही
दरभंगा के हायाघाट सीट से पार्टी ने रामचंद्र प्रसाद को टिकट दिया है। रामचंद्र लंबे समय से संगठन में सक्रिय हैं और क्षेत्र में उनकी पहचान एक कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में है।
वे पहले भी पंचायत और जिला परिषद स्तर पर राजनीति में सक्रिय रहे हैं। पार्टी ने उन्हें “ग्राउंड से जुड़े नेता” के रूप में सामने लाने का फैसला किया है।
3 मुजफ्फरपुर से रंजन कुमार युवाओं के बीच लोकप्रिय चेहरा
मुजफ्फरपुर सीट से बीजेपी ने रंजन कुमार को मैदान में उतारा है। रंजन एक शिक्षित युवा नेता हैं और छात्र राजनीति से अपने सफर की शुरुआत की थी।
मुजफ्फरपुर जैसे शहरी और शिक्षित मतदाताओं वाले क्षेत्र में बीजेपी ने उन्हें “नई सोच, नई राजनीति” के प्रतीक के रूप में पेश किया है।
4 गोपालगंज से सुबाष सिंह स्थानीय राजनीति के अनुभवी नेता
गोपालगंज से टिकट मिला है सुबाष सिंह को, जो क्षेत्र में बीजेपी के पुराने और मजबूत नेता माने जाते हैं।
सुबाष सिंह लंबे समय से संगठन में सक्रिय हैं और पिछली बार वे पार्टी के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पार्टी ने इस बार उनके अनुभव और लोकप्रियता को देखते हुए उन पर भरोसा जताया है।
5 बड़नीपुर से केदारनाथ सिंह किसान वर्ग के प्रतिनिधि
बनीापुर विधानसभा सीट से केदारनाथ सिंह को टिकट दिया गया है। वे किसान परिवार से आते हैं और कृषि सुधार व ग्रामीण विकास के मुद्दों को लेकर मुखर रहते हैं।
बीजेपी का मकसद इस सीट से ग्रामीण और किसान मतदाताओं को साधना है।
6 छपरा से छोटी कुमारी महिला सशक्तिकरण का चेहरा
छपरा विधानसभा से छोटी कुमारी को प्रत्याशी बनाया गया है। पार्टी ने महिला सशक्तिकरण की नीति के तहत उन्हें मैदान में उतारा है।
छोटी कुमारी स्थानीय स्तर पर शिक्षा और महिला सुरक्षा के मुद्दों पर सक्रिय रही हैं। यह सीट महिला वोट बैंक पर निर्णायक प्रभाव रखती है।
7 सोनपुर से विनय कुमार सिंह इंजीनियर से नेता बने
सोनपुर सीट से विनय कुमार सिंह को टिकट दिया गया है। वे पेशे से इंजीनियर हैं और पार्टी के तकनीकी प्रकोष्ठ से जुड़े रहे हैं।
बीजेपी ने उन्हें विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर के मुद्दों पर जनता के बीच उतारने का फैसला किया है।
8 रोसेरा (आरक्षित) से वीरेन्द्र कुमार दलित समाज के प्रमुख चेहरा
रोसेरा (SC) सीट से वीरेन्द्र कुमार को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वे दलित समाज से आते हैं और पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
पार्टी ने कहा है कि यह चयन “सामाजिक न्याय और समावेशिता” की दिशा में एक और कदम है।
9 बाढ़ से डॉक्टर शियाराम सिंह शिक्षित और समाजसेवी चेहरा
बाढ़ सीट से डॉ. शियाराम सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वे एक प्रतिष्ठित चिकित्सक और समाजसेवी हैं।
बीजेपी ने इस सीट पर शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े एजेंडे को मजबूत करने के लिए डॉक्टर सिंह को मैदान में उतारा है।
10 अगिआंव (SC) से महेश पासवान जमीनी कार्यकर्ता
अगिआंव आरक्षित सीट से महेश पासवान को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वे लम्बे समय से दलित बस्तियों में संगठन मजबूत करने का काम कर रहे हैं।
पार्टी ने कहा है कि उनका चयन मेहनतकश कार्यकर्ताओं के सम्मान का प्रतीक है।
11शाहपुर से राकेश ओझा संगठन और रणनीति दोनों में पारंगत है।
शाहपुर से राकेश ओझा को टिकट मिला है। वे पार्टी के प्रचार-प्रसार और रणनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
बीजेपी सूत्रों के अनुसार, यह सीट संगठन के “मजबूत और भरोसेमंद” नेता को देने की नीति के तहत तय की गई है।
12 बक्सर से आईपीएस आनंद मिश्रा प्रशासनिक पृष्ठभूमि वाला सख्त चेहरा है
सबसे दिलचस्प नाम बक्सर सीट से आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा का है। वे असम-मेघालय कैडर के चर्चित पुलिस अधिकारी रहे हैं और अब राजनीति में उतर रहे हैं।
पार्टी ने उन्हें “ईमानदार, अनुशासित और जनता से जुड़ा चेहरा” बताते हुए मैदान में उतारा है।
आनंद मिश्रा अपनी सख्त छवि और जनता के साथ संवाद के लिए जाने जाते हैं।
बीजेपी की यह दूसरी सूची सामाजिक, क्षेत्रीय और जनप्रिय समीकरणों को साधने की रणनीति को दिखाती है।
पार्टी ने मिथिलांचल, मगध, सारण और सीमांचल क्षेत्रों से प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है ताकि हर वर्ग और हर इलाके में भाजपा की उपस्थिति मजबूत हो सके।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, मैथिली ठाकुर और आनंद मिश्रा जैसे नाम इस चुनाव में “नए चेहरे, नई दिशा” की झलक हैं, जो पार्टी की युवा और ईमानदार छवि को मजबूत करेंगे।


