लखनऊ: दीपावली से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi government) ने प्रदेश के लाखों सरकारी कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है। राज्य सरकार ने 14.82 लाख कर्मचारियों को बोनस देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सभी पात्र कर्मचारियों को बोनस का समयबद्ध भुगतान सुनिश्चित किया जाए, ताकि त्योहार से पहले सभी के घर खुशियां पहुंच सकें।
सरकार की इस घोषणा से प्रदेश भर के कर्मचारी वर्ग में खुशी की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बोनस कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण का सम्मान है, जिन्होंने राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाई है। सरकारी आदेश के अनुसार, इस वर्ष प्रत्येक पात्र राज्य कर्मचारी को औसतन ₹6,908 से ₹7,000 तक का बोनस दिया जाएगा। बोनस का लाभ राज्य के सभी नियमित, संविदा, दैनिक वेतनभोगी और कार्यचारियों को मिलेगा, जो पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं।
इस बोनस योजना से राज्य सरकार पर लगभग ₹1,022 करोड़ रुपए का अतिरिक्त व्ययभार आएगा, जिसे वित्त विभाग वहन करेगा। मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भुगतान की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी न हो और सभी कर्मचारियों के खातों में धनराशि सीधे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा की जाए।
दीपावली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार से पहले बोनस की घोषणा ने राज्य कर्मचारियों के बीच उत्साह का माहौल बना दिया है।
कर्मचारियों का कहना है कि महंगाई और त्योहारी खर्चों के बीच यह बोनस एक बड़ी राहत के रूप में आया है।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने वाला कदम है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों के योगदान को सराहती है और विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करती रहेगी। उन्होंने कहा“हमारे कर्मचारी राज्य की रीढ़ हैं। उनके परिश्रम से ही योजनाएं धरातल पर उतरती हैं। दीपावली से पहले यह बोनस उनकी मेहनत का सम्मान है।”
वित्त विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सभी विभागों को भुगतान की समय-सारणी भेज दी गई है। बोनस की राशि अगले कुछ दिनों में कर्मचारियों के बैंक खातों में पहुंचनी शुरू हो जाएगी।


