अब मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली में सैटेलाइट ऑफिस बनेंगे
संवाददाता, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति को नई रफ्तार देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने राज्य की प्रमुख औद्योगिक प्रोत्साहन एजेंसी ‘इन्वेस्ट यूपी’ (Invest UP) के पुनर्गठन को मंजूरी दे दी है। इस निर्णय के साथ सरकार ने औद्योगिक निवेश, सुरक्षा और निवेशकों के विश्वास को और अधिक मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इन्वेस्ट यूपी को निवेशक-केंद्रित संस्था के रूप में विकसित किया जाए। इसके तहत टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में विशेष विशेषज्ञ प्रकोष्ठ गठित किए जाएंगे। प्रत्येक प्रकोष्ठ का कार्यक्षेत्र स्पष्ट होगा और उसका उद्देश्य निवेशकों को वन-स्टॉप समाधान प्रदान करना रहेगा।
राज्य सरकार ने इस पुनर्गठन के तहत देश के मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और नई दिल्ली में सैटेलाइट ऑफिस स्थापित करने का निर्णय लिया है। इन शहरों में उद्योग जगत के बड़े निवेशकों और कंपनियों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर यूपी में निवेश के अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने बैठक में बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में लगभग 4,000 नई फैक्ट्रियां स्थापित हुई हैं, जो प्रदेश की औद्योगिक विकास दर को नई दिशा दे रही हैं। उन्होंने कहा कि अब “सेफ सिटी की तर्ज पर सेफ इंडस्ट्री” की परिकल्पना को साकार किया जाएगा, जिसमें औद्योगिक क्षेत्रों में CCTV नेटवर्क, फायर सेफ्टी सिस्टम, डिजिटल निगरानी और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।
सीएम योगी ने 11 जीएम-एजीएम पदों की स्वीकृति और 2 संयुक्त सीईओ (Joint CEO) के पदों पर तैनाती को भी मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता, तीव्रता और निवेशक संतुष्टि इस एजेंसी की प्राथमिकता होनी चाहिए। राज्य सरकार के इस निर्णय को उद्योग जगत ने स्वागत योग्य बताया है। उद्योग प्रतिनिधियों का मानना है कि इससे उत्तर प्रदेश देश के सबसे आकर्षक निवेश गंतव्यों में तेजी से उभर रहा है।


