संवाददाता, पटना: बिहार (Bihar) में विधानसभा चुनाव (assembly elections) का माहौल अब पूरी तरह गरमा गया है। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को दूसरे चरण की अधिसूचना जारी कर दी, जिसके साथ ही राज्य के सभी प्रमुख दल — भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य घटक दलों में उम्मीदवार चयन और प्रचार रणनीति को लेकर मंथन तेज हो गया है।
दूसरे चरण में राज्य की कई महत्वपूर्ण 94 सीटों पर मतदान होना है। इनमें वे क्षेत्र शामिल हैं जो राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील माने जाते हैं और जहां से पिछली बार कई दिग्गज नेताओं की साख जुड़ी थी। निर्वाचन आयोग ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और उम्मीदवारों को निर्धारित समय सीमा के भीतर अपने नामांकन पत्र दाखिल करने होंगे। इस चरण में मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी, जबकि निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन का भी इस्तेमाल होगा।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इस चरण में मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है, क्योंकि एनडीए और महागठबंधन के बीच कुछ सीटों पर सीधा टकराव होने के साथ-साथ कुछ जगहों पर छोटे दलों और निर्दलीयों ने भी मोर्चा खोल दिया है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस चरण का मतदान राज्य के समग्र चुनावी समीकरण को निर्णायक रूप से प्रभावित करेगा।
राज्य के प्रमुख नेताओं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, तेजस्वी यादव और प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी रैलियों का शेड्यूल तैयार कर लिया है। रैलियों में रोजगार, विकास, कानून-व्यवस्था और शिक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे। इस बीच, चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर भाग लें और शांतिपूर्ण, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करें।


