फर्रुखाबाद: जिले के स्वास्थ्य विभाग में तनाव का माहौल उस समय बढ़ गया जब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारी संघ (Employees Union) के प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पर अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों के मानसिक एवं आर्थिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए।
संघ ने अपने ज्ञापन में कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी का व्यवहार लंबे समय से विभागीय कर्मचारियों के प्रति अमानवीय और अपमानजनक बना हुआ है। बताया गया कि उनकी अभद्रता और दुर्व्यवहार से पूरा स्टाफ तनाव में कार्य करने को विवश है। ज्ञापन के अनुसार, हाल ही में सीएमओ द्वारा एनएचएम के बाबू राकेश चंद्रा को सार्वजनिक रूप से आत्महत्या का प्रयास करने तक मजबूर किया गया, जबकि आयुष्मान भारत कार्यक्रम में तैनात रवि प्रताप सिंह के साथ गाली-गलौज व मारपीट की गई तथा उन्हें पुलिस से गिरफ्तार भी करवाया गया।
इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद में तैनात डॉ. सनी मिश्रा को जातिसूचक शब्दों से गाली-गलौज कर सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया, जिसके चलते उन्होंने अपना त्यागपत्र जिला अधिकारी को सौंप दिया। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि नगरीय स्वास्थ्य केंद्र नौलक्खा में तैनात वार्ड ब्वॉय सौरभ अवस्थी और सफाई कर्मी रवि कुमार को भी जातिसूचक गालियाँ देकर गार्ड से पिटवाने का प्रयास किया गया, जिससे आहत होकर सफाई कर्मी रवि कुमार ने आत्मदाह करने का प्रयास किया।
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसी स्थिति में विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भयभीत हैं तथा निरंतर मानसिक दबाव में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने डीएम से अनुरोध किया कि मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेकर निष्पक्ष जांच और आवश्यक कार्रवाई की जाए, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन सुचारु रूप से जारी रह सके। ज्ञापन पर जिला अध्यक्ष अभिषेक बाजपेई, डॉ. साबिर हुसैन सहित कई अन्य पदाधिकारियों के हस्ताक्षर किए गए। प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक बाजपेई, डॉ. साबिर हुसैन सहित संगठन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।