फर्रुखाबाद: शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत (Woman dies) के मामले ने हंगामे का रूप ले लिया। परिजनों ने डॉक्टर पर ऑपरेशन में लापरवाही (allegations against doctor) बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
जानकारी के अनुसार, हाथीखाना निवासी स्वामी दयाल पुत्र रामस्वरूप की पत्नी की तबीयत 1 अक्टूबर को अचानक बिगड़ गई थी। परिजन उसे तत्काल फतेहगढ़ स्थित श्री जी अस्पताल में भर्ती कराने पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि महिला के पेट में फोड़ा है और तत्काल ऑपरेशन करना आवश्यक है।
परिजनों के अनुसार, डॉक्टर ए.के. अग्रवाल ने ऑपरेशन किया, लेकिन उसके बाद मरीज की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। जब परिजनों ने इलाज में लापरवाही की बात कही, तो अस्पताल प्रबंधन ने बिना उचित उपचार के मरीज को जबरन हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजनों का कहना है कि उन्होंने स्थानीय स्तर पर इलाज जारी रखने की गुजारिश की, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने सुनवाई नहीं की। मजबूर होकर परिवारजन महिला को कानपुर के एक निजी हॉस्पिटल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
मृतका के पति ने बताया कि कानपुर के डॉक्टरों ने जांच के बाद कहा कि पहले अस्पताल में की गई सर्जरी में गंभीर लापरवाही हुई थी, जिससे बड़ी आंत खुली रह गई थी और संक्रमण फैल गया। इस वजह से मरीज की जान नहीं बचाई जा सकी। घटना के बाद परिजन शव लेकर अस्पताल के बाहर सड़क पर धरना देने लगे और शव रखकर प्रदर्शन करने की कोशिश की। सूचना पर फतेहगढ़ प्रभारी निरीक्षक रणविजय सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को शांत कराया और निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस दौरान परिजनों और महिला पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी भी हुई। पीड़ित परिवार ने फतेहगढ़ कोतवाली में तहरीर देकर अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर ए.के. अग्रवाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने निष्पक्ष पोस्टमार्टम और न्याय दिलाने की अपील की है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।