फर्रुखाबाद। बुधवार की रात फतेहगढ़ एआरटीओ कार्यालय के सामने इटावा-बरेली हाईवे पर एक भयानक सड़क हादसे में बाइक सवार प्रदीप पाल (42) की दर्दनाक मौत हो गई। प्रदीप पाल फतेहगढ़ कोतवाली के धंसुआ गांव के निवासी थे और कादरीगेट क्षेत्र में महेंद्र गैस सर्विस पर हॉकर का काम कर जीवन-यापन कर रहे थे। वह अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे और पूरे परिवार के लिए सहारा थे।
घटना के अनुसार, बुधवार रात लगभग 9 बजे प्रदीप अपनी बाइक पर घर लौट रहे थे। तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की तत्परता और सहायता से उन्हें तुरंत 108 एम्बुलेंस द्वारा लोहिया जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया।
हालांकि गंभीर चोटों के कारण रात करीब 11 बजे इलाज के दौरान प्रदीप पाल ने अंतिम सांस ली। अस्पताल के डॉक्टर डॉ. जय सिंह ने शव को मोर्चरी में रखवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस को सूचना दी।
प्रदीप पाल के परिवार में उनकी पत्नी रीता पाल, छोटे भाई संजीव पाल और संजू पाल, तथा माता आना देवी शामिल हैं। उनके तीन छोटे बच्चे शिवांग (10), हिमांशु (7) और वैष्णवी (5) हैं, जो इस दुखद हादसे से परिजन और ग्रामीण समुदाय के लिए गहरा सदमा बन गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रदीप पाल मेहनती और ईमानदार व्यक्ति थे और उनका जाना पूरे मोहल्ले के लिए अपूरणीय क्षति है। पुलिस ने अज्ञात वाहन की पहचान के लिए छानबीन शुरू कर दी है और मामले की जांच में जुटी हुई है।