लखनऊ एसटीएफ की बड़ी सफलता: शातिर “डी-34 शुभम रावत उर्फ मोनू गैंग” के तीन कुख्यात अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में असलहे बरामद

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने राजधानी में अपराध जगत को बड़ा झटका देते हुए भाड़े पर हत्या करने वाले कुख्यात गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ की इस कार्रवाई में पकड़े गए अपराधी लखनऊ के चर्चित हत्यारा गैंग डी-34 शुभम रावत उर्फ मोनू गैंग के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं। गिरफ्तारी के दौरान उनके कब्जे से असलहों का जखीरा बरामद किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ लखनऊ यूनिट को सूचना मिली थी कि जनपद लखनऊ में सक्रिय मोनू गैंग के कुछ सदस्य अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त करने की योजना बना रहे हैं। इस खुफिया जानकारी पर टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सफेदाबाद क्रॉसिंग से आगे प्राथमिक विद्यालय धमसारी के पास, थाना कोतवाली नगर, जनपद बाराबंकी के क्षेत्र में घेराबंदी की। मौके से तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर जब तलाशी ली गई तो भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद हुए।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान अजय यादव उर्फ प्रिंस, कृष्णा रावत, और रामकेश लोधी के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्टल मय मैगजीन (7.65 टास्क फास), एक तमंचा 315 बोर और आठ अदद कारतूस 7.65 एमएम बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान तीनों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से लखनऊ में सक्रिय डी-34 शुभम रावत उर्फ मोनू गैंग के सदस्य हैं और भाड़े पर हत्या तथा अवैध हथियारों के सौदे में शामिल रहते हैं।
जांच में यह भी सामने आया कि कृष्णा रावत और रामकेश लोधी दोनों को लखनऊ प्रशासन द्वारा जिला बदर घोषित अपराधी घोषित किया जा चुका है। इन पर हत्या, लूट, रंगदारी और अवैध हथियारों की आपूर्ति जैसे कई गंभीर मामले पहले से दर्ज हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार दोनों के खिलाफ लखनऊ के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मुकदमे पंजीकृत हैं।
एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए अपराधी अपने गैंग लीडर शुभम रावत उर्फ मोनू के इशारे पर कई बार भाड़े पर हत्या की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस को आशंका है कि यह गैंग राजधानी और आसपास के जिलों में कई अपराधों की साजिश रच रहा था। एसटीएफ टीम अब इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ जारी है।
एसटीएफ की इस बड़ी कार्रवाई से राजधानी लखनऊ और आसपास के जिलों में सक्रिय अपराधी गिरोहों में हड़कंप मच गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, अवैध हथियारों की सप्लाई चेन और गैंग के नेटवर्क का पूरा खुलासा करने के लिए व्यापक जांच की जा रही है।
यह कार्रवाई एसटीएफ लखनऊ की उस निरंतर मुहिम का हिस्सा है जिसके तहत प्रदेश में संगठित अपराध, भाड़े पर हत्या और अवैध हथियारों के व्यापार में लिप्त गिरोहों पर शिकंजा कसा जा रहा है।

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