लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीम ने 71.85 लाख रुपये के गबन के आरोपी राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को लंबे समय से फरार बताया जा रहा था।
EOW की विशेष टीम ने सोमवार को गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए राजकुमार को लखनऊ से गिरफ्तार किया। आरोपी पर आरोप है कि उसने अन्य साथियों के साथ मिलकर सरकारी धन का गबन किया था और फर्जी दस्तावेजों के जरिए रकम को निजी खातों में स्थानांतरित किया था।
जांच में सामने आया कि इस पूरे घोटाले में कुल 13 अभियुक्तों को दोषी पाया गया है। इनमें से दो आरोपियों को EOW पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि राजकुमार तीसरा प्रमुख आरोपी है जो अब पुलिस हिरासत में है। टीम के अधिकारियों ने बताया कि सभी अभियुक्तों ने विभागीय फंड के वितरण में हेराफेरी कर करोड़ों रुपये का घोटाला किया था।
EOW के सूत्रों के अनुसार, राजकुमार की गिरफ्तारी के बाद पूरे रैकेट से जुड़े कई और नामों का खुलासा होने की संभावना है। जांच एजेंसी अब आरोपी से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि गबन की रकम किन खातों में भेजी गई और इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे।
इस मामले में पुलिस ने कहा कि अभियुक्तों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468 और 471 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है। EOW अब गबन की गई राशि को रिकवर करने और बाक़ी आरोपियों को पकड़ने की दिशा में काम कर रही है।
EOW लखनऊ की इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि यह मामला कई महीनों से लंबित था और आरोपी लगातार गिरफ्तारी से बच रहा था। अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि राजकुमार की गिरफ्तारी के बाद अब इस पूरे गबन नेटवर्क की पूरी परतें खुल जाएँगी।