लखनऊ: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं के लिए आज का दिन राजनीतिक दृष्टि से चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। पुलिस ने पार्टी के रुहेलखंड प्रांत प्रभारी नदीम अशरफ और अन्य नेताओं को उनके आवास पर हाउस अरेस्ट कर दिया। यह कार्रवाई AAP के बरेली जाने वाले प्रतिनिधिमंडल के कार्यक्रम को रोकने के लिए की गई।
AAP नेताओं का प्रतिनिधिमंडल बरेली में स्थानीय घटनाओं की जांच और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करने के लिए जा रहा था। हालांकि, प्रशासन ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर नेताओं को उनके घरों में ही रोक दिया। इस कदम के चलते पार्टी के नेताओं का बरेली दौरा रद्द होना पड़ा।
AAP ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर चोट और राजनीतिक दबाव के रूप में पेश किया है। पार्टी का कहना है कि यह प्रतिनिधिमंडल पूरी तरह शांतिपूर्ण और कानूनी ढांचे के भीतर कार्य कर रहा था, लेकिन प्रशासन ने इसे रोकते हुए नेताओं को घर में ही सीमित कर दिया। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह घटना आगामी चुनावों और प्रदेश की राजनीतिक स्थिति के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
AAP के नेताओं ने कहा कि हाउस अरेस्ट जैसी कार्रवाई से न केवल राजनीतिक गतिविधियों में बाधा आती है, बल्कि यह नागरिकों और स्थानीय जनता तक पार्टी के संदेश को पहुँचाने में भी रुकावट डालती है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की है कि भविष्य में इस तरह के कदम उठाने से पहले सभी पक्षों की राय ली जानी चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशासन और राजनीतिक दलों के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है, ताकि लोकतंत्र के मूल अधिकारों की रक्षा हो सके और समाज में राजनीतिक संघर्ष में हिंसा या अवरोध उत्पन्न न हो।