लखनऊ: सितंबर माह में उत्तर प्रदेश का राजस्व संग्रह जारी हुआ और इस दौरान आबकारी विभाग ने GST विभाग को पीछे छोड़ते हुए नंबर वन का स्थान हासिल किया। प्रदेश को कुल 15,237.44 करोड़ रुपये का राजस्व (revenue) मिला, जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 489.51 करोड़ अधिक है।
GST विभाग को इस दौरान 5,610.55 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जबकि पिछले वर्ष इसी माह 6,108.27 करोड़ रुपये थे। राजस्व लक्ष्य की दृष्टि से GST विभाग पिछड़ा रहा। वहीं आबकारी विभाग ने 3,811.70 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह कर लक्ष्य का 90.8 प्रतिशत पूरा किया और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
विशेषज्ञों का कहना है कि आबकारी विभाग ने प्रशासन और निगरानी के बेहतर तरीकों से इस सफलता को हासिल किया है, जबकि GST विभाग को अपनी रणनीति सुधारने की आवश्यकता है। इस प्रकार, राज्य के राजस्व संग्रह में आबकारी विभाग ने सबसे प्रभावशाली भूमिका निभाई।