लखनऊ: यूपी ATS ने मुजाहिदीन आर्मी (Mujahideen Army) नामक एक आतंकवादी संगठन बनाने की कथित साजिश रचने के आरोप में पाँच लोगों को गिरफ्तार (arrested) कर लिया है। गिरफ्तार पाँच लोगों की आठ दिन की पुलिस हिरासत हासिल कर ली है। इन लोगों का उद्देश्य भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को उखाड़ फेंकना और हिंसक तरीकों से शरिया कानून लागू करना था।
लखनऊ स्थित एटीएस/एनआईए कोर्ट ने आज 7 अक्टूबर, 2025 से शुरू होने वाली हिरासत रिमांड मंजूर कर ली, जिससे एटीएस को इस कट्टरपंथी समूह की गतिविधियों और संबंधों की जाँच तेज करने में मदद मिलेगी। आरोपियों को पहले भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 148 और 152 के तहत 29 सितंबर को दर्ज मुकदमा संख्या 13/2025 के संबंध में गिरफ्तार किया गया था।
एटीएस के अनुसार, यह समूह हथियारों की खरीद, जिहाद के लिए भर्ती और एक समानांतर आतंकवादी बल की स्थापना सहित एक गंभीर राष्ट्र-विरोधी साजिश में शामिल था। पांचों आरोपियों में सुल्तानपुर निवासी अकमल रजा, सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज निवासी सफील सलमानी उर्फ अली राजवी, कानपुर के घाटमपुर निवासी मोहम्मद तौसीफ, रामपुर के खजुरिया निवासी कासिम अली और मूल रूप से फतेहपुर निवासी मोहम्मद रजा शामिल हैं, जो अब केरल के मलप्पुरम में रह रहे हैं।
उसकी पहचान इस ऑपरेशन के मास्टरमाइंड के रूप में हुई है। मोहम्मद रज़ा को शुरुआती गिरफ़्तारियों के एक दिन बाद, 30 सितंबर को गिरफ़्तार किया गया था और माना जाता है कि वह हिंसक जिहाद और एक संगठित चरमपंथी समूह के गठन के उद्देश्य से चलाए जा रहे इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहा था।उम्मीद है कि एटीएस रिमांड अवधि का उपयोग समूह के वित्तपोषण, भर्ती रणनीति, बाहरी संचालकों और भविष्य की योजनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी निकालने के लिए करेगी।