रायबरेली जिले में भीड़ की हिंसा ने एक और निर्दोष की जान ले ली।
हरिओम नामक युवक को चोर समझकर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।
वीडियो में दिख रहा है कि हरिओम सहमा हुआ खड़ा है, पूछे गए सवालों का जवाब दे रहा है, लेकिन किसी ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया।
बिना किसी जांच या पुष्टि के, लोगों ने उसे लाठी-डंडों से इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
यह घटना रायबरेली के हरचंदपुर इलाके की बताई जा रही है।
पुलिस ने मामले में कई आरोपियों को हिरासत में लिया है।
एसपी रायबरेली ने कहा — “कानून अपने हाथ में लेने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी घटना पर दुख जताते हुए रिपोर्ट तलब की है।
दो हफ्ते पहले कानपुर में भी एक मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या की गई थी।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने भीड़तंत्र की मानसिकता और प्रशासनिक तत्परता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार ऐसे मामलों में “फास्ट ट्रैक कोर्ट” बनाकर उदाहरण पेश करे।
जनता की मांग है कि रायबरेली की यह घटना पूरे प्रदेश में कानून के राज का असली परीक्षण बने।