लखनऊ: उत्तर प्रदेश सहित देशभर में बिजली निजीकरण की नीति को लेकर इंजीनियरों और कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
NCCOEEE (नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स) की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए 4-5 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया है।
उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारी और अभियंता भी इस आंदोलन में शामिल होंगे।
सूत्रों के अनुसार, मुंबई में आयोजित होने वाली DUM मीटिंग (Distribution Utility Meet) का व्यापक विरोध किया जाएगा।
कर्मचारियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि निजीकरण से सार्वजनिक हितों को नुकसान, कर्मचारियों की नौकरी पर संकट, और बिजली दरों में वृद्धि होगी।
आंदोलन के तहत चंडीगढ़, यूपी, पुडुचेरी और महाराष्ट्र में हजारों बिजली कर्मचारी एकजुट होकर प्रदर्शन करेंगे।
बिजली कर्मचारी संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने निजीकरण नीति वापस नहीं ली, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।