भीम आर्मी–आज़ाद समाज पार्टी ने किया बड़ा ऐलान, कांशीराम जी की विचारधारा को गांव-गांव तक ले जाने की तैयारी
चंद्रशेखर आज़ाद ने कार्यकर्ताओं से की अपील, बोले: “मिशन को नई ऊर्जा देने का वक्त आ गया है”
लखनऊ: बहुजन समाज के महानायक मान्यवर साहब कांशीराम जी के परिनिर्वाण दिवस (9 अक्टूबर) को लेकर इस बार भीम आर्मी – आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने एक नया निर्णय लिया है। इस वर्ष राजधानी Lucknow में कोई केंद्रीय आयोजन नहीं होगा। इसके बजाय, प्रदेश के सभी जिलों में श्रद्धांजलि सभाएं और विचार गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी, ताकि कांशीराम जी के मिशन को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ (Chandrashekhar Azad) ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा “मान्यवर कांशीराम जी का मिशन किसी एक मंच या कार्यक्रम का नहीं, बल्कि करोड़ों बहुजनों की चेतना का प्रतीक है। इस बार हम हर जिले, हर गांव, हर मोहल्ले में उनका संदेश लेकर जाएंगे। यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।” उन्होंने कहा कि यह निर्णय विचारधारा को विकेंद्रित कर, जनता के बीच ले जाने की रणनीति का हिस्सा है। भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी की टीमें पहले ही जिला स्तर पर श्रद्धांजलि सभाओं, दीपदान और संकल्प यात्राओं की तैयारियां शुरू कर चुकी हैं।
बयान में कहा गया है “हमारा उद्देश्य है कि हर कार्यकर्ता और समर्थक अपने क्षेत्र में मान्यवर साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करे और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प ले।” राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि चंद्रशेखर आज़ाद इस बार बहुजन समाज की एकजुटता को नई दिशा देने की कोशिश में हैं।
उनकी यह रणनीति लखनऊ में केंद्रित भीड़ से आगे बढ़कर स्थानीय स्तर पर मिशन को मजबूत करने की ओर संकेत करती है।
कांशीराम जी के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में उनके संघर्ष, संगठन निर्माण की यात्रा, और ‘बहुजन हिताय बहुजन सुखाय’ के सिद्धांतों पर चर्चा होगी। कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों द्वारा भजन-कीर्तन, नाटक और संकल्प गीत भी प्रस्तुत किए जाएंगे।