अयोध्या: यूपी के Ayodhya के बीकापुर इलाके में स्थानीय पुलिस थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर एक मकान में जोरदार धमाका (massive explosion) हुआ। इस धमाके में दो मकान पूरी तरह ढह गए और आसपास के कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इस विस्फोट में एक व्यक्ति की दुखद मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल (seriously injured) हो गए। घटना की खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मलबे में दबे लोगो को बाहर निकाला जिसमे से एक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही दो घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहाँ से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना रविवार दोपहर कबिकापुर नगर पंचायत के वार्ड संख्या 11 में स्थित विवेकानंद पांडे के आवास पर हुई। विस्फोट इतना भीषण था कि मलबे में अंदर मौजूद लोग दब गए, जिससे मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के तीन-चार मकानों को भी संरचनात्मक क्षति हुई और विस्फोट की तीव्रता के कारण उनकी दीवारों में दरारें आ गईं। खबरों के मुताबिक, मृतक की पहचान शेरपुर पारा निवासी 28 वर्षीय सरवन के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि सरवन नगर पंचायत संचालक विजय यादव के साथ विवेकानंद पांडे के घर आया था, तभी विस्फोट हुआ। सरवन और विजय दोनों मलबे में दब गए। सरवन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि विजय और विवेकानंद गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहाँ से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
विवेकानंद पांडे की माँ उषा देवी ने कहा, “विस्फोट के समय हम घर पर नहीं थे। मेरा बेटा अंदर था। वह गंभीर रूप से घायल है और उसे अस्पताल ले जाया गया है। हमें नहीं पता कि विस्फोट का कारण क्या था।” घायलों में से एक, विजय यादव ने याद करते हुए कहा, “हम अभी विवेकानंद के घर पहुँचे ही थे और पानी पी रहे थे कि अचानक विस्फोट हुआ, जिससे छत हमारे ऊपर गिर गई। हम मलबे के नीचे दब गए।”
अधिकारियों को अभी भी विस्फोट के सही कारण का पता नहीं चल पाया है। शुरुआती रिपोर्टों में गैस सिलेंडर में विस्फोट की बात कही गई थी, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय लोगों का दावा कुछ और ही है। उनके अनुसार, विस्फोट की आवाज़ और प्रभाव सामान्य एलपीजी सिलेंडर विस्फोट से कहीं ज़्यादा तेज़ थे, जिससे किसी अन्य प्रकार के विस्फोटक पदार्थ के होने की संभावना जताई जा रही है।
बीकापुर के सर्किल ऑफिसर (सीओ) पीयूष ने पुष्टि की कि प्रारंभिक जानकारी गैस सिलेंडर विस्फोट की ओर इशारा करती है, लेकिन फोरेंसिक टीम द्वारा अपनी जाँच पूरी किए बिना कुछ भी पुष्टि नहीं की जा सकती। विस्फोट के सही कारण का पता लगाने के लिए घटनास्थल से नमूने एकत्र किए जा रहे हैं।