लखनऊ: उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh government) ने डेंगू, मलेरिया और अन्य वेक्टर जनित बीमारियों पर कड़ा प्रहार किया है।अलीगंज स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तीसरे चरण और घर-घर जाकर अभियान का शुभारंभ करते हुए, उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान और घर-घर जाकर अभियान ने इन बीमारियों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शुभारंभ समारोह के दौरान एक जागरूकता रैली भी निकाली गई और फॉगिंग मशीनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान, उपमुख्यमंत्री ने सीएचसी का स्थलीय निरीक्षण किया और जन स्वास्थ्य सुविधाओं में और सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद खराब थी, लेकिन अब राज्य की जनता को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ मिल रही हैं।
उन्होंने कहा कि इन अभियानों से डेंगू, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम जैसी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है। पाठक ने कहा, इस अभियान में कुल 13 विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। 2017 की तुलना में एईएस रोगियों की मृत्यु दर में 98 प्रतिशत, जेई रोगियों की मृत्यु दर में 97 प्रतिशत, डेंगू के मामलों में 93 प्रतिशत और मलेरिया के मामलों में 58 प्रतिशत की कमी आई है। एम्बुलेंस सेवा के मामले में राज्य अब देश में पहले स्थान पर है।
उन्होंने कहा, 108 एम्बुलेंस का औसत प्रतिक्रिया समय, जो 2017 में 16.40 मिनट था, अब घटकर 7.7 मिनट हो गया है, जबकि 102 एम्बुलेंस का प्रतिक्रिया समय 9.5 मिनट से घटकर 6.25 मिनट हो गया है। इससे लाखों मरीजों की जान बच पाई है। कार्यक्रम में विधायक नीरज बोरा, प्रमुख सचिव अमित कुमार घोष, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रतनपाल सिंह सुमन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन.बी. सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।