नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में भारी बारिश के चलते शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। लगातार मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में भूस्खलन और पुल टूटने की घटनाएं सामने आईं, जिसमें अब तक चौदह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। आपदा की मुख्य वजह पिछले कई दिनों से जारी तेज बारिश को माना जा रहा है, जिसने पूरे उत्तर बंगाल और सिक्किम क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं और दार्जिलिंग-सिक्किम को जोड़ने वाला मुख्य पुल अचानक टूट गया, जिससे दोनों राज्यों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। वहीं, सड़क धंसने से दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के बीच आवागमन भी ठप पड़ गया है। जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी और कूचबिहार जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई जगहों पर मकान और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जबकि दार्जिलिंग और सिक्किम के कई पर्यटन स्थलों को प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से बंद कर दिया है।
दार्जिलिंग जिले के मिरिक में भूस्खलन से दो लोगों की मौत हुई है, जबकि दुधिया आयरन पुल का एक हिस्सा बह गया है। इससे सिलीगुड़ी और मिरिक के बीच संपर्क टूट गया है। कार्सियांग और कालिम्पोंग में भी भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गई हैं। राहत और बचाव कार्य शुरू करने में भी प्रशासन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई नेशनल हाईवे पर यातायात पूरी तरह बाधित है। नेशनल हाईवे-10 और एनएच-717ए पर भूस्खलन के चलते वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। तीस्ता बाजार इलाके में बाढ़ के हालात हैं, जिससे कलिम्पोंग और दार्जिलिंग के बीच मार्ग बंद कर दिया गया है।
कोरोनेशन ब्रिज टूटने से सिक्किम और दार्जिलिंग को जोड़ने वाला रास्ता भी पूरी तरह से बंद हो गया है। पुलिस ने यात्रियों को कलिम्पोंग जिले से होकर गुजरने की सलाह दी है। कुर्सेओंग के एडिशनल एसपी अभिषेक रॉय के अनुसार अब तक सात शव बरामद किए जा चुके हैं और दो लोगों के शव निकालने का प्रयास जारी है। दिलाराम और रोहिणी रोड बंद हो चुकी हैं, जबकि पनकहबरी रोड की हालत बेहद खराब बताई जा रही है। सभी पर्यटकों को तिनधरिया मार्ग से होकर जाने के निर्देश दिए गए हैं।
भारी बारिश के चलते बिजनबाड़ी, ऋषिखोला और पेडोंग इलाकों में सड़कें पूरी तरह अवरुद्ध हैं। दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में ऑरेंज अलर्ट जबकि अलीपुरद्वार जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है। तीस्ता, तोरसा और जलढाका नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 7 अक्तूबर तक पश्चिम बंगाल और सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का खतरा रहेगा। विभाग ने भूटान के सीमावर्ती इलाकों में फ्लैश फ्लड की आशंका भी जताई है, जिसका असर पश्चिम बंगाल के पर्वतीय क्षेत्रों पर पड़ सकता है।