लखनऊ। राजधानी के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में मरीजों को इस समय बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। संस्थान के पुराने डेंटल विभाग में महीनों से ऑनलाइन पेमेंट सुविधा ध्वस्त पड़ी हुई है।
मरीजों के लिए यह सुविधा बंद होने से कैश की अनिवार्यता बढ़ गई है। जिन मरीजों या परिजनों के पास नकद राशि नहीं होती, उन्हें इलाज या जांच कराने में गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई मरीजों को कैश की व्यवस्था करने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता है या अस्पताल से बाहर एटीएम की तलाश में भटकना पड़ता है।
ऑनलाइन पेमेंट सुविधा के ठप होने से अस्पताल की डिजिटल व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। जबकि यूपी सरकार और चिकित्सा शिक्षा विभाग लगातार अस्पतालों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने की बात करते आए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पुराने डेंटल विभाग में POS मशीनें और सर्वर कनेक्शन महीनों से खराब हैं, जिसकी मरम्मत अब तक नहीं कराई गई। कई बार विभागीय अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन तकनीकी सुधार की प्रक्रिया में लापरवाही बनी हुई है।
एक मरीज के परिजन ने बताया — “हम जांच कराने आए थे, लेकिन कैश नहीं था। ऑनलाइन पेमेंट करने की कोशिश की तो सिस्टम काम ही नहीं कर रहा था। आखिरकार हमें बाहर से पैसे निकालने पड़े। बुजुर्ग मरीजों और दूर-दराज से आने वालों के लिए यह बहुत मुश्किल है।”
मरीजों की बढ़ती शिकायतों के बाद उम्मीद की जा रही है कि KGMU प्रशासन जल्द ही इस समस्या को सुलझाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा, ताकि मरीजों को डिजिटल सुविधा का पूरा लाभ मिल सके।