देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा के कपाट बंद होने की आधिकारिक तिथियां घोषित कर दी गई हैं। गढ़वाल मंडल विकास निगम और मंदिर समितियों ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी है। इसके अनुसार इस वर्ष गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट अक्टूबर और नवंबर माह में क्रमशः बंद कर दिए जाएंगे।
गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्टूबर को प्रातः 11:36 बजे बंद होंगे।
केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्टूबर की सुबह श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए अंतिम बार खोले जाएंगे और उसके बाद बंद कर दिए जाएंगे।
यमुनोत्री धाम के कपाट भी 23 अक्टूबर को ही सुबह 8:30 बजे बंद होंगे।
उसी दिन दोपहर 12:30 बजे गंगोत्री धाम के कपाट भी पूर्ण रूप से बंद कर दिए जाएंगे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को दोपहर 2:56 बजे बंद होंगे।
कपाट बंद होने की तिथियों के ऐलान के बाद से ही श्रद्धालुओं की भीड़ चारधाम यात्रा मार्गों पर और बढ़ गई है। हजारों की संख्या में यात्री अब अंतिम दर्शन के लिए उत्तराखंड के इन धामों की ओर रुख कर रहे हैं। होटल, धर्मशालाओं और यात्रा मार्गों पर यात्रियों का दबाव साफ दिखाई दे रहा है।
मंदिर समितियों ने अपील की है कि श्रद्धालु मौसम की स्थिति को देखते हुए यात्रा पर निकलें। अक्टूबर-नवंबर के महीने में ऊंचाई वाले इलाकों में ठंड तेजी से बढ़ जाती है, इसलिए यात्रियों को स्वास्थ्य और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है।
हर साल की तरह इस बार भी कपाट बंद होने के बाद धामों की मूर्तियों को शीतकालीन गद्दी स्थलों पर ले जाया जाएगा, जहां सर्दियों के दौरान पूजा-अर्चना जारी रहेगी।
चारधाम यात्रा इस साल बेहद सफल और ऐतिहासिक रही। लाखों श्रद्धालुओं ने यात्रा के दौरान दर्शन किए और अब कपाट बंद होने से पहले यात्रा में तेजी देखी जा रही है। सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे निर्धारित तिथियों से पहले दर्शन कर लें और यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें।