32 C
Lucknow
Thursday, September 19, 2024

नेकपुर कलां में सरकारी तालाब पर कब्जा, माफिया अनुपम दुबे के गुर्गे खुलेआम हुए

Must read

यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। हाल ही में जिले के नेकपुर कलां में माफिया अनुपम दुबे के गुर्गों द्वारा सरकारी तालाब और कास्तकारों की पुश्तैनी जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अनुपम दुबे के सहयोगियों ने न केवल सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा कर बेच डाला, बल्कि स्थानीय किसानों की पुश्तैनी जमीन पर भी बेंच डाल दी। इस मामले में विमलेश दुबे, अनूप सिंह राठौर उफऱ् रच्छू ठाकुर और अमित भदौरिया सहित अन्य लोगों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं।हालांकि तहसील कर्मी,और स्थानीय पुलिस माफिया अनुपम पर ढिलाई बरतने के क्रम में इन गुर्गों की गुंडई पर लगाम कसने की जगह इनके हौसले बुलंद किए हैं।
गुर्गों की आपराधिक पृष्ठभूमि
अनूप सिंह राठौर, विमलेश दुबे, और अमित भदौरिया लंबे समय से माफिया अनुपम दुबे के खास गुर्गे माने जाते रहे हैं। ये लोग पहले अनुपम दुबे के पार्टनर और उसके भाई डब्बन-बब्बन के बेहद करीबी थे, जो फर्रुखाबाद में कई आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। इन पर पहले भी कई बार आपराधिक मामलों में संलिप्त होने का आरोप लग चुका है, लेकिन इनकी राजनीतिक पहुंच के चलते इन्हें अब तक कानूनी कार्रवाई से बचाया जाता रहा है।
मुकदमा दर्ज और प्रशासन की सक्रियता
हाल ही में स्थानीय ग्रामीणों और कास्तकारों ने इन गुर्गों के खिलाफ सरकारी तालाब और जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत जिलाधिकारी (डीएम) और अन्य आलाधिकारियों से की थी। प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है। कास्तकारों का आरोप है कि इन गुर्गों ने उनकी पुश्तैनी जमीन पर अवैध रूप से बेंच डाल दी और उनकी संपत्तियों पर कब्जा जमाने की कोशिश की।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इन आरोपियों ने धमकियों और दबाव का सहारा लेकर किसानों को अपनी जमीन छोडऩे के लिए मजबूर किया। इस मुद्दे को लेकर कई बार जिला प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी। हालांकि, अब मुकदमा दर्ज होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि प्रशासन उचित कदम उठाएगा।
आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
शहर में इन गुर्गों की गतिविधियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि माफिया अनुपम दुबे और उसके गुर्गों की आपराधिक गतिविधियों से तंग आ चुके हैं, और अब वे चाहते हैं कि इन पर कड़ी कार्रवाई हो। जिला प्रशासन से लगातार अपील की जा रही है कि इनकी संपत्तियों की जांच की जाए और अवैध कब्जों को तत्काल हटाया जाए।
चौकाने वाली बात है, कि एसपी के आदेश पर सीओ सिटी द्वारा की गई जांच के बाद लिखे गए मुकदमे में तत्कालीन फतेहगढ़ भ्रष्ट कोतवाल हरि श्याम ने माफिया अनुपम दुबे के कुख्यात गुर्गों को मोटी रकम डकार न केवल गिरफ्तारी से बचाया,बल्कि रंगदारी वसूली की धारा से भी मुक्त कर दिया।
मामले को एडीजी ने संज्ञान लेने की बात कही है।

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article