अक्टूबर में बड़े बदलाव: रेलवे, यूपीआई और एलपीजी सिलेंडर के नियम, आम आदमी की जेब और सुविधा पर असर

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क्टूबर की शुरुआत के साथ ही आम नागरिकों के लिए कई अहम बदलाव लागू हो गए हैं, जो सीधे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी, यात्रा और वित्तीय लेन-देन को प्रभावित करेंगे। रेलवे टिकट बुकिंग से लेकर यूपीआई ट्रांजैक्शन और एलपीजी सिलेंडर तक, हर जगह नई नियमावली और संशोधन देखे जा रहे हैं। ये बदलाव सरकार और नियामक संस्थाओं की ओर से पारदर्शिता, सुरक्षा और सुविधा बढ़ाने के लिए उठाए गए कदम हैं, लेकिन इसका असर सीधे जनता की जेब पर भी पड़ता है।
भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव किया है। अब रिजर्वेशन खुलने के पहले 15 मिनट केवल वही यात्री टिकट बुक कर पाएंगे, जिनका आधार वेरिफिकेशन पूरा है। यह नियम आईआरसीटीसी ऐप और वेबसाइट दोनों पर लागू होगा।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह कदम टिकट बुकिंग में पारदर्शिता लाने और बॉट्स व असामाजिक गतिविधियों से बचाव के लिए जरूरी था। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि टिकट प्रणाली में फर्जी बुकिंग न हो और वास्तविक यात्रियों को ही सुविधा मिले।
नेशनल पेंशन सिस्टम में भी आज से नया बदलाव लागू हो गया है। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने मल्टीपल स्कीम फ्रेमवर्क के तहत नया नियम लागू किया है। इसके अनुसार नॉन-गवर्नमेंट सेक्टर के सब्सक्राइबर्स अब एक ही PAN या PRAN के अंतर्गत कई योजनाओं में निवेश कर सकेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव निवेशकों को अधिक विकल्प और लचीलापन देगा। अब वह अलग-अलग योजनाओं में निवेश कर अपनी रिटायरमेंट सुरक्षा को मजबूत कर सकते हैं।
UPI के उपयोगकर्ताओं के लिए भी नई गाइडलाइन लागू कर दी गई है। अब उपयोगकर्ता किसी से डायरेक्ट पैसे मांग नहीं कर सकते। P2P सुविधा को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा एक बार में ट्रांसफर की लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है, जबकि पहले यह सिर्फ 1 लाख रुपये थी।
एनपीसीआई का कहना है कि यह कदम बढ़ती धोखाधड़ी, फ्रॉड और फर्जी लेन-देन को रोकने के लिए उठाया गया है। वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि ये नियम डिजिटल पेमेंट की सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेंगे, लेकिन साथ ही छोटे व्यापारियों और उपयोगकर्ताओं को थोड़ी सहजता में कमी महसूस हो सकती है।
दशहरा और दीवाली के समय एलपीजी सिलेंडर के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1580 रुपये से बढ़कर 1595.50 रुपये हो गई है। 15.50 रुपये की यह बढ़ोतरी छोटे दुकानदारों और व्यावसायिक ग्राहकों की जेब पर सीधा असर डालेगी। फिलहाल घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
इन नियमों और बदलावों से यह साफ है कि सरकारी और वित्तीय संस्थाओं के फैसले सीधे आम आदमी की जिंदगी पर असर डालते हैं। चाहे वह यात्रा के लिए टिकट बुक करना हो, अपने रिटायरमेंट के लिए निवेश करना हो या रोजमर्रा के खर्च के लिए गैस सिलेंडर लेना हो, हर जगह अब नई नियमावली के अनुसार सावधानी बरतनी होगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि बदलाव लंबे समय में सुरक्षा, पारदर्शिता और सुविधा के लिए लाभकारी होंगे, लेकिन फिलहाल आम जनता को इन नियमों को समझना और उसके अनुसार कदम उठाना होगा।

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