नई दिल्ली/लखनऊ: वित्तीय संकट में फंसे सहारा समूह (Sahara Group) ने अपनी आर्थिक हालत सुधारने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। समूह ने कोर्ट से अनुमति मांगी है कि वह अपनी कुछ महत्वपूर्ण प्रॉपर्टीज़ अडाणी ग्रुप (Adani Group) को बेच सके। जानकारी के अनुसार, सहारा ने महाराष्ट्र और लखनऊ की 8 प्रॉपर्टीज़ की बिक्री की योजना बनाई है।
सहारा समूह लंबे समय से निवेशकों के पैसे लौटाने के दबाव में है। देशभर के लाखों निवेशकों ने अपनी जमा पूंजी सहारा की विभिन्न योजनाओं में लगाई थी। कोर्ट के आदेश के बावजूद अब तक बड़ी संख्या में निवेशकों को उनका पैसा नहीं मिला है। इसी वित्तीय संकट से निकलने के लिए सहारा समूह अब अपनी संपत्तियाँ बेचकर राशि जुटाना चाहता है।
अगर सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिल जाती है तो यह सौदा रियल एस्टेट सेक्टर के सबसे बड़े डील्स में से एक साबित हो सकता है। अडाणी ग्रुप पहले से ही देशभर में इन्फ्रास्ट्रक्चर, पोर्ट, एयरपोर्ट और पावर सेक्टर में बड़ा निवेश कर रहा है। सहारा की संपत्तियाँ खरीदकर अडाणी ग्रुप अपनी पकड़ और मज़बूत कर सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सौदा सहारा समूह के लिए जीवनदान साबित हो सकता है। इससे निवेशकों के भुगतान का रास्ता साफ होगा, वहीं अडाणी ग्रुप को नई प्रॉपर्टीज़ हासिल करने का बड़ा अवसर मिलेगा। हालांकि, अंतिम फैसला सुप्रीम कोर्ट का होगा और सभी की निगाहें अब इस सुनवाई पर टिकी हैं।