लखनऊ: यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने सोमवार को राष्ट्रविरोधी तत्वों पर एक बड़ी कार्रवाई की है। एटीएस ने एक बड़ी साजिश को विफल करते हुए चार संदिग्धों को गिरफ्तार (arrests) किया है, जो ‘मुजाहिदीन आर्मी’ नामक संगठन बनाकर हिंसक जिहाद के जरिए सरकार को उखाड़ फेंकने और देश में शरिया कानून (Sharia law) लागू करने की योजना रच रहे थे। विश्वसनीय ख़ुफ़िया सूचनाओं के आधार पर, एटीएस को पता चला कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के कट्टरपंथी व्यक्तियों का एक समूह चरमपंथी पाकिस्तानी संगठनों से प्रभावित हो रहा था।
इन व्यक्तियों ने कथित तौर पर संवैधानिक सरकार को अस्थिर करने और इस्लामी शरिया शासन लागू करने के उद्देश्य से देश भर में हिंसा और आतंकवाद भड़काने की योजना बनाई थी। गिरफ्तार आरोपियों में सुल्तानपुर के अकमल रजा, सोनभद्र के सफर सलमानी उर्फ अली रजवी, कानपुर के मोहम्मद तौसीफ और रामपुर के कासिम अली शामिल हैं. एटीएस को शक है कि ये लोग सोशल मीडिया के जरिए रेडिकलाइजेशन फैला रहे थे और गैर-मुस्लिम धार्मिक नेताओं की टारगेट किलिंग की योजना बना रहे थे. यह गिरफ्तारी हाल के आतंकी मॉड्यूल्स के बाद यूपी में बढ़ती कट्टरता पर सवाल खड़े करती है, जहां डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग आम हो गया है.
आरोपियों को विभिन्न स्थानों पर गुप्त बैठकें करते, चरमपंथी सोशल मीडिया समूहों में सक्रिय रूप से भाग लेते और लोगों को जिहाद के लिए उकसाने हेतु भड़काऊ ऑडियो और वीडियो संदेश फैलाते हुए पाया गया। जाँच से पता चला कि वे भविष्य की आतंकी गतिविधियों के लिए हथियार और रसद सहायता जुटाने हेतु धन जुटा रहे थे। इसके अलावा, यह समूह कथित तौर पर गैर-मुस्लिम धार्मिक नेताओं की लक्षित हत्याओं की योजना बना रहा था।
एटीएस पुलिस स्टेशन, लखनऊ में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 148 और 152 के तहत मुकदमा अपराध संख्या 13/2025 के तहत मामला दर्ज किया गया। गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों की पहचान अकमल रज़ा, निवासी कंकरकोला, हलियापुर, सुल्तानपुर, सफील सलमानी उर्फ अली रज़वी, निवासी रॉबर्ट्सगंज, सोनभद्र, मोहम्मद तौसीफ, निवासी 63ए, सुजातगंज, नई बस्ती, घाटमपुर, कानपुर और कासिम अली, निवासी सराय कदीम, थाना खजुरिया, रामपुर के रूप में हुई है।
प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने कबूल किया कि वे भारत में मुसलमानों के उत्पीड़न के अपने विश्वास से प्रेरित होकर, भारतीय राज्य के विरुद्ध एक सशस्त्र संघर्ष (जिहाद) की योजना बना रहे थे। वे समान विचारधारा वाले व्यक्तियों को कट्टरपंथी बनाने, हत्या के लिए विशिष्ट लक्ष्यों की पहचान करने और विभिन्न माध्यमों से हिंसक जिहादी साहित्य का प्रचार करने में सक्रिय रूप से लगे हुए थे।
एटीएस ने 5 मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम/डेबिट/क्रेडिट कार्ड और फोनपे क्यूआर स्कैनर जब्त किया है। आरोपियों को एक सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा और एटीएस उनसे आगे की पूछताछ करने और उनके सहयोगियों व नेटवर्क के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस हिरासत की मांग करेगी। आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है।