जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में वित्त विभाग ने राज्य में कथित 1,500 करोड़ रुपये के अन्नपूर्णा खाद्य पैकेट घोटाले (Annapurna food kit scam) की जाँच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। सहकारिता विभाग की टीमों द्वारा खाद्य (राशन) पैकेटों की जाँच के दौरान कथित धोखाधड़ी का पता चला। जाँच में कथित तौर पर नकली कच्चा माल (खाद्य) पाया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कई जिलों में बड़ी संख्या में राशन किट के नमूने प्रयोगशाला परीक्षणों में विफल रहे। सूत्रों से खबर मिल रही है कि, जाँच दल में सहायक लेखा अधिकारी हेमंत बिलाला, अरविंद शर्मा और पुष्पेंद्र सिंह शामिल हैं। 4,500 करोड़ रुपये की मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा खाद्य पैकेट (राशन किट) योजना राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत आने वाले लाभार्थियों के बीच वितरण के लिए लागू की गई थी।
तत्कालीन सरकार ने इस योजना के तहत 1500 करोड़ रुपये के राशन किट वितरित किए थे। इन किटों में दालें, चीनी, नमक, खाद्य तेल और मसाले शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि बाद में जाँच करने पर जयपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, उदयपुर और श्रीगंगानगर सहित विभिन्न जिलों में बड़ी संख्या में पैकेट गुणवत्ता परीक्षण में विफल पाए गए। योजना के तहत वितरण के लिए खाद्य सामग्री की खरीद जिला स्तर पर की गई थी।