पथराव, फायरिंग, आगजनी और तोड़फोड़ से दहला शहर, 22 पुलिसकर्मी घायल, 30 उपद्रवी गिरफ्तार
बरेली। शुक्रवार का दिन बरेली के लिए भय और अफरा-तफरी लेकर आया। इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के बुलावे पर जुटी भीड़ ने ऐसा तांडव मचाया कि पूरा शहर सहम उठा। भीड़ ने पुलिस-प्रशासन की अपील को दरकिनार करते हुए पहले नाबालिगों और किशोरों को आगे कर अराजकता फैलाई और फिर धीरे-धीरे पूरा मामला हिंसक हो गया।दोपहर 12 बजे से ही नौमहला मस्जिद से लेकर रजा मस्जिद तक का इलाका तनावपूर्ण माहौल में था। मस्जिदों से निकलने वाले लोगों को पुलिस अधिकारी रोकने और समझाने का प्रयास करते रहे। एसपी यातायात अकमल खान ने लोगों को वापस घर लौटने की सलाह दी। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने भीड़ से संयम बरतने की अपील की। कुछ लोग मान भी गए लेकिन मौलाना के समर्थकों ने किशोरों को आगे कर “लब्बैक” और “आई लव मोहम्मद” के नारे लगाने शुरू कर दिए। पुलिस के सामने हूटिंग तक की गई।इसके बाद भीड़ इस्लामिया कॉलेज मैदान पहुंचने की जिद पर अड़ी। खलील स्कूल तिराहे के पास भीड़ ने पुलिस रोकथाम का जमकर विरोध किया और अचानक तोड़फोड़ शुरू कर दी। हालात बेकाबू होते ही उपद्रवियों ने आसपास की दुकानों और वाहनों को निशाना बनाया। भीड़ ने दंत चिकित्सक डॉ. जी.के. सक्सेना मेमोरियल क्लीनिक में घुसकर शीशे तोड़े और सामान तहस-नहस कर दिया। नावल्टी तिराहे पर उपद्रवियों ने पुलिस दल पर सीधा पथराव कर दिया।पुलिस बल जब कार्रवाई के लिए आगे बढ़ा तो भीड़ ने श्यामगंज इलाके में फायरिंग कर दी। उपद्रवियों ने महादेव पुल के ऊपर और नीचे दोनों तरफ से पथराव कर पुलिस को घेरने की कोशिश की। नाबालिग लड़कों को आगे कर दंगाइयों ने पत्थरों और तख्तियों से हमला बोला। एसपी सिटी को भीड़ ने सीधा निशाना बनाया।हालात बिगड़ते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लाठियां फटकारीं और किसी तरह उपद्रवियों को खदेड़कर हालात संभाले। मगर इस दौरान पुलिस के 22 जवान घायल हो गए। कई घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डीआईजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि पुलिस ने अब तक 30 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि शाम पांच बजे तक स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया।गौरतलब है कि मौलाना तौकीर रजा ने 19 सितंबर को इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में विरोध-प्रदर्शन का एलान किया था और कहा था कि राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा। प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी। बृहस्पतिवार की रात आईएमसी की ओर से कार्यक्रम स्थगन का पत्र जारी हुआ, लेकिन शुक्रवार सुबह मौलाना ने वीडियो जारी कर पत्र को फर्जी बताया और विरोध-प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान कर दिया।चौंकाने वाली बात यह रही कि जिस मौलाना तौकीर के नाम पर हजारों की भीड़ सड़कों पर उतरी और शहर में आगजनी व पथराव हुआ, वह पूरे दिन मौके से नदारद रहे। उनके गायब रहने से समर्थक भड़क गए और शहर के कई इलाकों बिहारीपुर, श्यामगंज, कुतुबखाना, इस्लामिया मार्केट, मैलानी मार्केट, आलमगिरीगंज, बांस भांडी, सिविल लाइंस, साहूकारा और पुराना बस अड्डा में उपद्रवियों ने जमकर बवाल काटा।