मोहम्मदाबाद, फर्रुखाबाद: नीम करौरी धाम (Neem Karori Dham) में मंगलवार विदेशी व एनआरआई भक्तों (NRI and foreign devotees) ने भक्ति और सेवा की मिसाल पेश की। सुबह लगभग 10 बजे पहुंचे भक्तों ने ग्रामीणों से शिष्टाचार भेंट की और स्वयं ही भंडारा बनवाकर वितरण किया। धाम में आए भक्तों का यह संबंध बाबा लक्ष्मण दास से जुड़ा हुआ है। बाबा के समय अमेरिका से आए भक्त रिचर्ड अल्बर्ट उनकी शरण में रहे थे।
बाबा लक्ष्मण दास ने उन्हें ‘रामदास’ नाम दिया था। रामदास के शिष्य माइकल उर्फ भगवान दास, उनके शिष्य एलेक्स, महिला भक्त ईजी, टेका (निवासी मकाउ) और गुजरात से आए एनआरआई रुशील ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया है।
ये सभी भक्त बाबा लक्ष्मण दास के जन्मस्थली अंबेडकरनगर, कैंची धाम, मथुरा और अन्य तीर्थ स्थलों के दर्शन करने के बाद मोहम्मदाबाद स्थित नीम करौरी धाम पहुंचे। यहां उन्होंने भजन-कीर्तन, सुंदरकांड और आरती के साथ भक्ति का वातावरण बनाया। इसके बाद भक्तों ने स्वयं ही भंडारे का आयोजन कर ग्रामीणों को प्रसाद वितरित किया।
भक्तों ने ग्रामीणों से सहजता से मिलकर ‘हेलो-नमस्ते’ कहकर अभिवादन किया। इस दौरान ‘भक्ति व सेवा परमोधर्म’ के सदस्य पंकज पाठक ने भी प्रसाद वितरण में सहयोग किया। जानकारी के अनुसार, विदेशी भक्त संकिसा में बने बौद्ध धर्म के लॉज में तीन दिन ठहरेंगे।