गोरखपुर: यूपी के Gorakhpur के कोतवाली क्षेत्र के नियामत चक मोहल्ले में वरिष्ठ भाजपा नेता (BJP leader) और उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य चिरंजीव चौरसिया की 45 साल पुरानी दुकान को बुलडोजर (bulldozer) से ढहा दिया गया। चौरसिया ने एक स्थानीय भू-माफिया पर इस घटना की साजिश रचने का आरोप लगाया है और पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
दीवान बाज़ार में रहने वाले भाजपा नेता चौरसिया शनिवार को इस घटना के बारे में मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। कोतवाली थाना प्रभारी को दी गई अपनी लिखित शिकायत के अनुसार, चौरसिया ने बताया कि वह नियामत चक में किराए की दुकान में 1980 से व्यवसाय कर रहे थे। उनका आरोप है कि इलाके के एक कुख्यात ज़मीन हड़पने वाले दुर्गा प्रसाद जायसवाल ने बुलडोज़र लाकर उनकी दुकान को अवैध रूप से जमींदोज कर दिया।
मीडिया से बात करते हुए, चौरसिया ने बताया कि उन्होंने यह दुकान गायत्री देवी नाम की एक महिला से किराए पर ली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे, जो बाद में नशे और शराब का आदी हो गया, को भू-माफियाओं ने संपत्ति पर दस्तखत करने के लिए बहकाया और मजबूर किया। चौरसिया ने कहा, उन्होंने उसे तब तक बार-बार नशा दिया जब तक कि वह लगभग मर नहीं गया, और फिर ज़मीन का हस्तांतरण कर दिया।
उन्होंने आगे बताया कि हालाँकि गायत्री देवी के बेटे ने उनसे भी 3 लाख रुपये लिए थे, लेकिन उन्हें संपत्ति के रजिस्ट्री के कोई कागज़ात नहीं दिखाए गए। उन्होंने कहा, मैंने कई बार दस्तावेज़ मांगे, लेकिन उन्होंने कभी नहीं दिखाए। हाल ही में, जब मैंने आरोपी को अपनी दुकान के पास देखा, तो मुझे शक हुआ और मैंने कमिश्नर को सूचित किया। वह 15 और 16 सितंबर को छुट्टी पर थे और उन्होंने एसडीएम को इसकी जाँच करने का काम सौंपा।
लखनऊ जाने की तैयारी करते हुए, चौरसिया ने कहा कि शुक्रवार सुबह अपनी दुकान ढहाए जाने पर उन्हें गहरा सदमा लगा। उन्होंने आरोपियों और स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी के बीच मिलीभगत का भी आरोप लगाया और निष्पक्ष व पारदर्शी जाँच की माँग की।