बरसात में डूब रही सड़कें, गड्ढे बने तालाब – सफाई केवल भाषणों तक सीमित
लखनऊ| स्मार्ट सिटी बनाने के दावों के बीच हकीकत बिल्कुल उलटी तस्वीर पेश कर रही है। बरसात के मौसम में शहर की सड़कें कीचड़, गड्ढों और जलभराव के चलते तालाब का रूप ले चुकी हैं।
लोगों का कहना है कि राजधानी में चलना अब जूतों से नहीं, बल्कि हिम्मत पहनकर निकलने जैसा हो गया है। कहीं पर गाड़ियां तालाब की मछलियों की तरह पानी में डूब जाती हैं तो कहीं पर गड्ढे इतने गहरे हैं कि निकलने के लिए गोताखोरी करनी पड़े।
कचरा प्रबंधन की स्थिति भी बेहद खराब है। मोहल्ले अब “कचरा संग्रह केंद्र” में तब्दील हो गए हैं। सवाल यह है कि आखिर जब हालत ऐसी है तो क्या यही स्मार्ट सिटी का असली चेहरा है?