फर्रुखाबाद। कायमगंज क्षेत्र शुक्रवार को उबाल पर रहा, जब भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद द्वारा संत रामभद्राचार्य पर की गई टिप्पणी के विरोध में भगवा भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन के संस्थापक राजेश मिश्रा के संयोजन में कार्यकर्ताओं ने बाजार क्षेत्र में नारेबाजी करते हुए चंद्रशेखर का पुतला फूंका और कड़ी नाराज़गी जताई।
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि संत रामभद्राचार्य पर की गई टिप्पणी न सिर्फ संत समाज का अपमान है, बल्कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाली है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि ऐसे बयान दोबारा दिए गए तो भगवा भारत रक्षा दल सड़क से सदन तक संघर्ष करेगा।
राजेश मिश्रा बोले – आस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
संगठन के संस्थापक राजेश मिश्रा ने कहा कि रामभद्राचार्य केवल एक संत ही नहीं, बल्कि राष्ट्रधर्म के प्रहरी हैं। उन पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणी करना करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं से खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अभी शुरुआती चरण है। यदि शीघ्र ही माफी नहीं मांगी गई तो व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।
पुतला दहन के दौरान कार्यकर्ताओं ने “जय श्रीराम”, “रामभद्राचार्य अमर रहें” और “चंद्रशेखर मुर्दाबाद” जैसे नारों से वातावरण गुंजायमान कर दिया। बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए और समर्थन जताया।
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और सुरक्षा व्यवस्था संभाली। पुतला दहन शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ, लेकिन कार्यकर्ताओं के तेवर से साफ झलक रहा था कि यह विरोध यहीं थमने वाला नहीं है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक चंद्रशेखर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तब तक विरोध जारी रहेगा। भगवा भारत रक्षा दल ने एलान किया कि आगामी दिनों में जिले के विभिन्न हिस्सों में भी पुतला दहन और विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
कायमगंज में हुआ यह प्रदर्शन साफ संकेत देता है कि संतों पर की गई टिप्पणी को लेकर धार्मिक संगठनों और स्थानीय लोगों में गहरी नाराज़गी है। भगवा भारत रक्षा दल ने इस मुद्दे को आंदोलन की शक्ल देने का ऐलान किया है, जिससे आने वाले दिनों में यह विवाद और गहरा सकता है।