नोएडा। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के सामने एक भाजपा कार्यकर्ता ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए। एक कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ता ने मंच से शिकायत करते हुए कहा कि नोएडा पुलिस ने उसकी तीन महीने की गर्भवती पत्नी पर हत्या के प्रयास (307 आईपीसी) का केस दर्ज कर दिया है।
कार्यकर्ता ने दावा किया कि पुलिस की यह कार्रवाई पूरी तरह से झूठे आरोपों पर आधारित है और इसका उद्देश्य परिवार को परेशान करना है। उसने कहा कि कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं और पुलिस सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों तक की नहीं सुन रही।
कार्यकर्ता की इस बात से कार्यक्रम में मौजूद कई लोग हैरान रह गए। मामला सार्वजनिक होते ही यह चर्चा का विषय बन गया कि आखिर भाजपा कार्यकर्ता को अपने ही डिप्टी सीएम के सामने इस तरह की पीड़ा क्यों बतानी पड़ी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शिकायत को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा।
राजनीतिक हलकों में यह घटना खास चर्चा का विषय बन गई है। विपक्ष ने तुरंत ही इस मुद्दे को उठाते हुए कहा है कि जब भाजपा कार्यकर्ता ही पुलिस से सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की क्या स्थिति होगी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कार्यकर्ता की पत्नी की तबीयत भी नाजुक है और केस दर्ज होने से परिवार मानसिक तनाव में है। मामला अब पुलिस और शासन के उच्च अधिकारियों की निगरानी में पहुंच गया है।