लखनऊ: उत्तर प्रदेश 108–102 स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस कर्मचारी संघ (Health Department Ambulance Employees Union) ने प्रदेश में एंबुलेंस संचालन को लेकर बड़े घोटाले (scam) का आरोप लगाया है। संघ के प्रदेश महामंत्री नीतीश कुमार ने प्रेस नोट जारी कर दावा किया है कि मौजूदा समय में दक्षिण भारत की प्राइवेट कंपनी GVK उर्फ ग्रीन हेल्थ सर्विस द्वारा संचालित 4470 एंबुलेंसों के संचालन में लगभग 70% भ्रष्टाचार हो रहा है।
नीतीश कुमार ने कहा कि भर्ती के नाम पर कर्मचारियों से ₹50,000 तक की वसूली, भविष्य निधि (EPF) घोटाला, मेडिकल व ESI में गड़बड़ी, मेंटेनेंस व दवाओं में भ्रष्टाचार, बिना कारण बर्खास्तगी, 500 किमी दूर ट्रांसफर, भत्तों की कटौती, डीजल और टायर घोटाले जैसी गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं।
संघ का आरोप है कि सरकार द्वारा निर्धारित 15 मिनट के रिस्पांस टाइम के बजाय कई बार एंबुलेंस दो घंटे बाद मौके पर पहुंच रही हैं। इसके लिए जिला स्तर पर तैनात अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों से फर्जी डेटा एंट्री और रनिंग कराए जाने को जिम्मेदार ठहराया गया है।
संघ ने इन सभी आरोपों से जुड़े सबूत होने का दावा किया है और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है। साथ ही संगठन ने कहा है कि वह जांच एजेंसी के साथ सहयोग करने को तैयार है। नीतीश कुमार ने बताया कि 15 और 16 सितंबर को प्रदेशभर में ज्ञापन कार्यक्रम चलाया गया है, जबकि 23 सितंबर को लखनऊ में प्रदेशव्यापी धरना होगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार, अन्याय और शोषण के खिलाफ है।